
मुरादाबाद, 03 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जनपद संभल की विवादित शाही जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद पर गुरुवार को एक और याचिका दाखिल हुई है। इसमें मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की गई है। चंदौसी की अदालत ने इस पर सुनवाई के लिए 21 जुलाई की तारीख तय की है। यह याचिका सिमरन गुप्ता नाम की महिला ने लगाई है।
सिमरन गुप्ता ने न्यायालय में दाखिल याचिका में कहा कि जब तक यह तय नहीं हो जाता कि यह जगह मंदिर है या मस्जिद, तब तक किसी भी धर्म की पूजा या नमाज नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मस्जिद को सील करने और उसे जिलाधिकारी की निगरानी में देने की भी मांग की है।
संभल की विवादित शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने का दावा करते हुए 19 नवम्बर 2024 को 8 हिंदू याचिकाकर्ताओं ने अदालत में दावा किया था कि उसी दिन रात्रि में अदालत के आदेश पर वहां पहला सर्वे हुआ और पांच दिन बाद 24 नवम्बर को दूसरा सर्वे हुआ था। इस सर्वे के दौरान तीन स्थानों पर हिंसा और बवाल हुआ था। पहला बवाल विवादित जामा मस्जिद के नजदीक हुआ था, जहां पांच लोगों की जान गई थी। दूसरा बवाल नखासा तिराहे पर हुआ था, जहां पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी। इसके बाद तीसरी हिंसा हिंदूपुरा खेड़ा में हुई थी। यहां पुलिस के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
हिंसा के बाद पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क, मस्जिद समिति के अध्यक्ष जफर अली समेत 2750 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। अब तक 96 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। मामला हाईकोर्ट तक भी गया है। हाईकोर्ट ने निचली अदालत में सुनवाई जारी रखने को कहा। अब 21 जुलाई को अदालत तय करेगी कि जब जगह विवादित है तो मस्जिद में नमाज पर रोक लगाई जाए या नहीं।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
