सांबा 17 जून (Udaipur Kiran) । सांबा के उपायुक्त राजेश शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह मन्हास ने श्री अमरनाथ जी यात्रा-2025 की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक बुलाई ताकि आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध और सुरक्षित तीर्थयात्रा का अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन ने व्यापक बुनियादी ढांचे के उन्नयन और उन्नत संचार प्रणालियों को स्थापित करके तीर्थयात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि वास्तविक समय की घोषणाओं और आपातकालीन सलाह को सक्षम करने के लिए लॉजमेंट केंद्रों में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली और स्पीकर लगाए गए हैं जबकि पिं्रट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि तीर्थयात्रियों को कट-ऑफ टाइमिंग और सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में समय पर अपडेट मिले।
बैठक में बोलते हुए एसएसपी वीरेंद्र सिंह मन्हास ने संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने और लंगर स्थलों के आसपास रणनीतिक सुरक्षा स्थिति के साथ उन्नत निगरानी तंत्र की विशेषता वाली एक मजबूत बहु-स्तरीय सुरक्षा तैनाती रणनीति की रूपरेखा तैयार की। उन्होंने कहा कि यह व्यापक निगरानी प्रणाली तीर्थयात्रियों की उनकी पवित्र यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
बैठक में बताया गया कि चिकित्सा और आपातकालीन तैयारियों को सर्वोच्च महत्व दिया गया है जिसमें योग्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती और सभी रणनीतिक स्थानों पर आवश्यक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेंस की तैनाती शामिल है।
अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग को सभी लंगर और आवास सुविधाओं में अग्निशामक यंत्रों और सीसीटीवी निगरानी की रणनीतिक व्यवस्था के साथ अनिवार्य मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता सुनिश्चित हो सके।
निर्बाध आवश्यक सेवाओं की गारंटी के लिए प्रशासन ने 24 घंटे बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त जनरेटर और पानी के टैंकर तैनात किए हैं और व्यापक अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता और स्वच्छता प्रोटोकॉल लागू किए हैं।
समन्वय बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त चंपा देवी ठाकुर, अतिरिक्त उपायुक्त जगदीश सिंह, सैन्य कर्मियों और पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति, बिजली विकास, स्वास्थ्य, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं और सूचना विभाग सहित महत्वपूर्ण विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। यह बहु-विभागीय दृष्टिकोण तीर्थयात्रियों के कल्याण और सुरक्षा के हर पहलू को सुलझाने के लिए प्रशासन की समग्र रणनीति को दर्शाता है।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
