


पूर्व मेदिनीपुर, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । इस वर्ष दीघा में मछुआरों के जाल में पहले इतने बड़े पैमाने पर तेलिया भोला मछली का शिकार नहीं हुआ था। लेकिन रविवार को दीघा मोहना में 88 तेलिया भोला मछलियां पकड़ी गईं, जिनकी नीलामी में कीमत लगभग 59 लाख 30 हजार रुपये पहुंची।
पूर्वी भारत के प्रमुख समुद्री मछली नीलामी केंद्रों में से एक दीघा मोहना में इस छुट्टी के दिन रिकॉर्ड लाभ देखने को मिला। नीलामी के दौरान यह बहुमूल्य मछली देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ी। मछली अच्छी कीमत में बिकने से मछुआरों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
नीलामी विवरण के अनुसार, सात किलो वजन की 21 मछलियां -दो लाख 96 हजार रुपये में, 12 किलो वजन की 30 मछलियां -नौ लाख 66 हजार रुपये में और सबसे बड़ी 22 किलो वजन की 37 मछलियां 46 लाख 68 हजार रुपये में बिकीं। कुल मिलाकर 1.325 टन वजन की तेलिया भोला मछली नीलामी में बिक्री हुई। यह मछली असिफ खान के ट्रॉलर में पकड़ी गई और नीलामी के लिए अजीत घोड़ाई के ए.बी. आढ़त में लाई गई।
नीलामी के दौरान पर्यटक और स्थानीय लोग मछली देखने और फोटो लेने के लिए उमड़ पड़े। इतने बड़े पैमाने पर मछली की बिक्री के दौरान आढ़त के व्यापारी भी अपनी पूरी मेहनत झेलते नजर आए। तेलिया भोला मछली की कीमत आमतौर पर मछली के वजन और गुणवत्ता पर निर्भर करती है।
दीघा फिशरमैन एंड फिश ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव श्यामसुंदर दास ने कहा कि तेलिया भोला मछली का पकड़ना काफी हद तक भाग्य पर निर्भर करता है। यह मछली अत्यंत मूल्यवान है क्योंकि इसकी पोटका बहुत उपयोगी होती है।
ट्रेडर्स और मछुआरों ने कहा कि लंबे समय तक समुद्र में खराब मौसम के कारण मछली पकड़ने में कठिनाई रही थी। लेकिन मौसम के सुधरते ही मछुआरों ने जाल फेंकना शुरू किया और इसी जाल में उनके भाग्य की मछली मिली। दीपावली से पहले इतनी बड़ी कीमत में मछली बिकने से मछुआरों में उत्साह का माहौल है।
(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
