Jammu & Kashmir

सकीना इत्तू ने सोनमर्ग में संजय-2025 के लिए चिकित्सा तैयारियों की समीक्षा की

गांदरबल 16 जून (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण और शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने सोनमर्ग के दौरे के दौरान आगामी श्री अमरनाथ जी यात्रा 2025 के लिए चिकित्सा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री को निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं कश्मीर डॉ. जहांगीर बख्शी ने संजय-2025 के सुचारू संचालन के लिए समग्र चिकित्सा रणनीति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बालटाल मार्ग पर की जा रही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का अवलोकन प्रदान किया जिसमें चिकित्सा कर्मचारियों की तैनाती, जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन बूथ और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आवास शामिल हैं।

बताया गया कि बालटाल क्षेत्र में प्रमुख स्थानों पर 30 चिकित्सा केंद्र स्थापित किए गए हैं जिनमें बेस अस्पताल, चिकित्सा सहायता शिविर और आपातकालीन सहायता केंद्र शामिल हैं। तीर्थयात्रियों के लिए कुशल और समय पर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए ये सुविधाएं आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, आपूर्ति और प्रशिक्षित चिकित्सा और पैरामेडिकल कर्मियों से पूरी तरह सुसज्जित हैं।

तैयारी के महत्व पर जोर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी चिकित्सा व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

मंत्री ने आगे जोर देकर कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान किसी भी व्यवधान से बचने के लिए डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर का सख्ती से पालन करने के अलावा, उनके संपर्क नंबरों के साथ चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ की सूची जिला प्रशासन के साथ साझा की जानी चाहिए।

सकीना इत्तू ने यात्रा अवधि के दौरान निर्बाध और निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मार्ग पर तैनात सभी चिकित्सा इकाइयों के बीच मजबूत समन्वय का आह्वान किया।

बैठक में अन्य लोगों के अलावा कंगन के विधायक मियां मेहर अली, गांदरबल के उपायुक्त जतिन किशोर, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं कश्मीर, निदेशक परिवार कल्याण एमसीएच और टीकाकरण जेएंडके, निदेशक आयुष, सीएमओ गांदरबल और स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बाद में मंत्री ने बालटाल बेस कैंप अस्पताल का भी दौरा किया जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और ऑन-ग्राउंड स्टाफ से बातचीत की।

उन्होंने अधिकारियों को डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों की चौबीसों घंटे उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि तीर्थयात्रियों के कल्याण के लिए निर्बाध चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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