Jammu & Kashmir

श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर एड्स नियंत्रण सोसाइटी की मोबाइल आईसीटीसी वैन को सकीना इत्तू ने दिखाई हरी झंडी

श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर एड्स नियंत्रण सोसाइटी की मोबाइल आईसीटीसी वैन को सकीना इत्तू ने दिखाई हरी झंडी

श्रीनगर 24 जून (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण एवं शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने जम्मू-कश्मीर एड्स नियंत्रण सोसाइटी की मोबाइल एकीकृत परामर्श एवं परीक्षण केंद्र वैन को हरी झंडी दिखाई।

इस पहल का उद्देश्य वंचित क्षेत्रों और कमजोर समुदायों के लोगों के बीच स्वास्थ्य सेवा पहुंच और जागरूकता को मजबूत करना था। स्वास्थ्य पेशेवरों की एक सभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने एचआईवी/एड्स व्यक्तियों को कलंकमुक्त करने और प्रभावित व्यक्तियों के लिए सहायता-उन्मुख दृष्टिकोण सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि एचआईवी/एड्स से पीड़ित लोगों को करुणा और सम्मान के साथ सहारा देने की आवश्यकता है। यह केवल चिकित्सा हस्तक्षेप के बारे में नहीं है, यह उचित परामर्श, जागरूकता और सामुदायिक समर्थन के माध्यम से आशा और विश्वास बहाल करने के बारे में है। उन्होंने कहा कि इस वायरस से प्रभावित लोगों को परामर्श देने, संवेदनशील बनाने और उचित देखभाल की आवश्यकता है ताकि इससे जुड़े कलंक के कारण इसे छिपाने वाले लोग भी आगे आ सकें और उचित चिकित्सा उपचार प्राप्त कर सकें।

मंत्री ने आगे कहा कि ये आईसीटीसी वैन उच्च श्रेणी के वाहन हैं जो इस वायरस से लड़ने में प्रभावी रूप से योगदान देंगे। इन मोबाइल आईसीटीसी वैन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के दूरदराज और वंचित क्षेत्रों में एचआईवी/एड्स परीक्षण और परामर्श सेवाओं की पहुंच का विस्तार करना है, विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों और हाशिए पर रहने वाली आबादी को लक्षित करना है।

मंत्री ने कहा कि इन मोबाइल वैन की शुरुआत सरकार के सबसे कमजोर लोगों के दरवाजे तक सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के संकल्प का प्रमाण है। किसी को भी कलंक के कारण पहुंच से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। डॉ. सैयद आबिद रशीद ने सभी से इस वायरस को क्षेत्र से पूरी तरह से मिटाने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने का आह्वान किया क्योंकि जम्मू-कश्मीर में इस वायरस के बहुत कम मामले हैं। उन्होंने समाज से इस वायरस को मिटाने में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका के बारे में भी विस्तार से बात की।

इससे पहले अपने स्वागत भाषण में जेकेएसीएस की उप निदेशक डॉ. मोनिका वली ने मोबाइल आईसीटीसी वैन के व्यापक पहलुओं के बारे में बात की। उन्होंने आगे कहा कि इस पहल से प्रभावित व्यक्तियों में इस वायरस का शीघ्र पता लगाने में मदद मिलेगी तथा जागरूकता के कारण रोकथाम के उपायों को भी मजबूती मिलेगी।

इस अवसर पर मंत्री को इन मोबाइल आईसीटीसी वैन की विशेषताओं के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि ये वैन गोपनीय परामर्श, रक्त नमूना संग्रह, त्वरित परीक्षण और सूचना, शिक्षा और संचार जागरूकता अभियान के लिए सुविधाओं से लैस हैं।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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