Uttar Pradesh

धर्मांतरण व विषमता समाप्त कर हिन्दू समाज को एकजुट करने का संतों ने किया आह्वान

चुनार नगर के रामबाग स्थित सुरभि शोध संस्थान में विहिप का प्रांतीय मार्ग दर्शक मंडल की बैठक में उपस्थित संत

– विश्व हिन्दू परिषद की प्रान्तीय मार्गदर्शक मंडल बैठक सम्पन्न

मीरजापुर, 07 सितम्बर (Udaipur Kiran) । विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के धर्माचार्य सम्पर्क विभाग, काशी प्रान्त की वार्षिक प्रान्तीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक रविवार को सुरभि शोध संस्थान, रामबाग चुनार में सम्पन्न हुई। बैठक में हिन्दू धर्म की नित्य-नैमित्तिक उपासना, अनुष्ठान और समाज समरसता से जुड़ी आगामी योजनाओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

बैठक के बौद्धिक वक्ता केंद्रीय सहमंत्री व केंद्रीय धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने कहा कि जहाँ धर्मांतरण की सम्भावना है, वहाँ संतों का प्रवास होना चाहिए। लोभ-लालच में धर्मांतरण कर चुके लोग पुनः अपने मूल धर्म में लौटें, इसके लिए संतों का सहयोग व आशीर्वाद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ती विषमताओं को संत समाज ही समाप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि संघ का शताब्दी वर्ष चल रहा है और इसके अंतर्गत कुटुम्ब प्रबोधन, प्लास्टिक का बहिष्कार, स्वाभिमान (अपनी भाषा, वेशभूषा, संस्कृति, जीवन मूल्य), नागरिक कर्तव्य और अनुशासन जैसे पाँच सूत्रों पर काम हो रहा है। परिवारों को अपने त्यौहार सामूहिक रूप से मनाने और कुटुम्ब भावना को पोषित करने पर बल दिया गया।

बैठक में संतों ने हिन्दू समाज को संगठित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कबीर मठ लहरतारा के महाराज गोविंद दास ने कहा कि हर हिन्दू परिवार में कम से कम तीन संतानें होनी चाहिए, ताकि जनसंख्या संतुलन बना रहे। साध्वी गीता माँ ने बेटियों को संस्कारों के साथ शास्त्र व शस्त्र शिक्षा देने की बात कही। शिवधारी महाराज ने वाणी और कर्म में समानता लाने पर बल दिया। सुदर्शन महाराज ने कहा कि कोई भी हिन्दू अछूत नहीं है, सभी एक-दूसरे के सहोदर हैं। बालक दास महाराज ने संगठन और आपसी सहयोग की महत्ता बताई। कृष्णानंद महाराज (कैलाश आश्रम झूंसी) ने प्रेम भाव और राष्ट्रोत्थान की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। वहीं साध्वी माँ त्रिकाल भवंता ने समरसता बनाए रखने और धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष को अनिवार्य बताया।

विहिप केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने राम मंदिर निर्माण को संत समाज का बड़ा योगदान बताया और आगामी सीता नवमी को अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम की जानकारी दी। बैठक की अध्यक्षता रामाश्रम शास्त्री महाराज ने और संचालन प्रान्त धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख आद्या शंकर ने किया। इस अवसर पर मीरजापुर, प्रयागराज और वाराणसी से आए दर्जनों संतों के साथ विहिप और संघ परिवार के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें हरिशंकर, जितेंद्र, नितिन भारत, सत्यप्रकाश, आनंद, नरसिंह, रामचंद्र शुक्ला, प्रवीण, अमित, कृष्ण, अभय, डॉ. संतोष, दिनेश, विवेक, अर्जुन मौर्य, वंशीधर चतुर्वेदी, सुनील गुप्ता आदि शामिल रहे।

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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा

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