
– हिंदू समाज श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है, लेकिन हम संविधान एवं कानून के माध्यम से वहां पर मंदिर का निर्माण एक दिन अवश्य करेंगे ः डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय – विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और साध्वी ऋतंभरा ने पुस्तक हमारे प्रेरणा स्त्रोत: द्वापर के श्रीकृष्ण का लोकार्पण किया
नई दिल्ली, 16 जून (Udaipur Kiran) । परम शक्तिपीठ की अध्यक्ष साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि कृष्ण जन्मभूमि पर भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर एक दिन अवश्य बनेगा और जल्द ही न्यायालय से यह निर्णय सभी के सामने आएगाI यह बात उन्होंने सोमवार को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के साथ पुस्तक हमारे प्रेरणा स्रोत: द्वापर के श्रीकृष्ण के लोकार्पण के मौके पर कही। इस पुस्तक का लोकार्पण दिल्ली के श्रीआल इंडिया श्वेतांबर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के केंद्रीय कार्यालय (जैन भवन) स्थित सभागार में हुआ। पुस्तक को लेखक दीपक कुमार ने लिखा है।
लोकार्पण समारोह में विशेष अतिथि के रूप में साध्वी ऋतंभरा के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीआल इंडिया श्वेतांबर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल जैन एवं महामंत्री डॉ. अमितराय जैन, अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय समन्वयक प्रशांत जैन सहित कई अन्य गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।
दीप प्रज्वलन के साथ आरम्भ हुए समारोह को संबोधित करते हुए जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल जैन ने भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े कई प्रसंगों को सामने रखते हुए बताया कि जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमि जी भगवान कृष्ण के चचेरे भाई थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण हम सभी के आदर्श हैं और पुस्तक के रूप में एक ऐसा शोध ग्रन्थ सभी के सामने है, जिसके माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के जीवन दर्शन को साक्षात रूप में जाना और समझा जा सकता हैI
समारोह में अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय ने मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि की चर्चा करते हुए कहा कि दुनिया में रहने वाला प्रत्येक हिंदू एवं हिंदू समाज श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है, लेकिन हम संविधान एवं कानून के माध्यम से वहां पर मंदिर का निर्माण एक दिन अवश्य करेंगेI
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को भक्ति भाव से जानने का कार्य सभी करते हैं, लेकिन सच यह भी है कि भगवान श्रीकृष्ण को जिया जा सकता है, लेकिन प्रभु राम को जीना कठिन हैI पुस्तक से जुड़े प्रसंगों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक शोध करने वाले अध्येताओं के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी, इसमें कोई संदेह नहीं हैI
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े तथ्यों पर केंद्रित पुस्तक का यह दूसरा संस्करण हैI भगवान श्रीकृष्ण के नए अवतार के रूप में समझने के लिए यह पुस्तक प्रेरणा का श्रोत बनेगीI समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े मुकदमों के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय में लड़ाई चल रही है I भगवान श्रीकृष्ण स्वयं देख रहे हैं I वह दिन दूर नहीं है, जब मथुरा में भी प्राण प्रतिष्ठा होगीI
समारोह का समापन करते हुए विशेष अतिथि साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि भारत में इतिहास को मिथक एवं दंतकथा बताकर जहर की तरह प्रस्तुत किया गयाI अपने घर में शरणार्थी बताकर हमारे पूर्वजों का अपमान किया गयाI स्वतंत्रता से पहले और बाद में यह ड्रामा चलता रहाI सनातनियों को धर्म विमुख करने का षड़यंत्र रचा गया, जिसके हम शिकार हुए लेकिन यह याद रखना होगा कि जड़ों से जुड़कर ही हरे होंगेI अयोध्या में श्रीराम मंदिर उन लोगों की याद दिलाता है, जिन्होंने मंदिर के लिए अपने जीवन का तर्पण कियाI अयोध्या की तरह मथुरा में भी भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर एक दिन अवश्य बनेगा। जल्द ही न्यायालय से यह निर्णय सभी के सामने आएगाI
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
