
शिमला, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का प्रकोप एक बार फिर तेज हो गया है। कुल्लू जिला के बंजार व आनी-निरमंड उपमंडल में बुधवार को दो अलग-अलग जगह ऊंची पहाड़ियों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं। पहली घटना बठाहड़ क्षेत्र में और दूसरी श्रीखंड महादेव भीम डवारी इलाके में दर्ज की गई। इनसे तीर्थन घाटी एवं आसपास के कई निचले ग्रामीण इलाकों में पानी और मलबा भर गया। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कई गांव खाली करवाए हैं।
आनी के क़ुर्पण खड्ड में बाढ़ आने से पैदल पुल क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि राहत की बात है कि अभी तक किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेज दी गई हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रामपुर के गानवी में दो पुल बहे
उधर, कुल्लू की पहाड़ियों पर बादल फटने के बाद सीमावर्ती रामपुर के नानंटी क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए। गानवी खड्ड उफान पर है। रामपुर उमण्डल के 15/20 इलाके के गानवी खड्ड में बाढ़ आने से गानवी में दो पुल बहे। गानवी पुलिस चौकी में भी मलबा भर गया है। गानवी बस स्टॉपेज एवं साथ की दुकाने भी बाढ़ की चपेट में आई हैं। हालांकि अभी तक की सूचना के अनुसार कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
वर्षा का सिलसिला जारी, कई जिलों में अलर्ट
बीते 24 घंटे में कुछ क्षेत्रों में बारिश से राहत जरूर मिली लेकिन खतरा टला नहीं है। इस दौरान मंडी के बलद्वारा में सर्वाधिक 31 मिमी, सोलन के कसौली में 23 मिमी, बिलासपुर के नैना देवी में 18 मिमी और शिमला के सराहन में 15 मिमी वर्षा दर्ज हुई। राजधानी शिमला में शाम के समय झमाझम वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज रात लाहौल स्पीति व किन्नौर को छोड़कर शेष सभी 10 जिलों में भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। 14 अगस्त को चंबा, कांगड़ा और मंडी में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट और ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सोलन व सिरमौर में येलो अलर्ट जारी किया है।
15 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला व सिरमौर में भारी वर्षा का येलो अलर्ट रहेगा। 16 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी व शिमला में येलो अलर्ट और 17 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी व शिमला में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी रहेगा।
भूस्खलन से दो नेशनल हाइवे एवं 323 सड़कें बंद
भारी वर्षा के चलते भूस्खलन का दौर जारी है। बुधवार शाम तक राज्य में 2 नेशनल हाइवे—305 (कुल्लू के जहेड-खनग) और 505 (लाहौल-स्पीति) के अलावा 323 सड़कें बंद रहीं। इनमें मंडी में 179, कुल्लू में 70, कांगड़ा में 25, चंबा में 13 और सिरमौर में 11 सड़कें शामिल हैं।
राज्य में अभी 70 ट्रांसफार्मर ठप हैं। इनमें मंडी में 50, लाहौल-स्पीति में 11 और सोलन में 5 शामिल हैं। इसके अलावा 130 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं, जिनमें मंडी की 72 और कांगड़ा की 41 योजनाएं शामिल हैं।
मानसून सीजन में अब तक 241 मौतें, 2,205 घर क्षतिग्रस्त
इस मानसून सीजन में अब तक 241 लोगों की मौत हो चुकी है, 36 लोग लापता हैं और 326 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में मंडी के 47, कांगड़ा के 39, चंबा के 26, शिमला व कुल्लू के 21-21, किन्नौर के 17, हमीरपुर के 16, सोलन के 15, ऊना के 14, बिलासपुर के 10, सिरमौर के 9 और लाहौल-स्पीति के 6 लोग शामिल हैं।
अब तक 2,205 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 523 पूरी तरह ढह गए। इसके अलावा 312 दुकानें और 2,043 पशुशालाएं नष्ट हो चुकी हैं। अकेले मंडी में 1,212 घर क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 415 पूरी तरह ध्वस्त हुए।
दो हजार करोड़ से अधिक का नुकसान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 2,031 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसमें लोक निर्माण विभाग को 1,086 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 691 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बरसात के दौरान अब तक 57 भूस्खलन, 63 बाढ़ और 31 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
