
रांची, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) की स्थायी वित्त और लेखा समिति की बैठक गुरुवार को अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कुल 15 प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जिनमें से अधिकांश को स्वीकृति दे दी गई।
बैठक में सहायक प्राध्यापक और वरीय रेजिडेंट के नौ नए पदों पर नियुक्ति का निर्णय लिया गया। साथ ही, रिम्स में अन्य रिक्त पदों को भरने का भी रास्ता साफ किया गया है। समिति ने रिम्स के प्रस्तावित कुछ नए पदों के सृजन के अनुरोध पर वेतनमान और शैक्षणिक योग्यता स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
ब्लड मोबाइल ट्रांसपोर्टेशन वैन के लिए उपलब्ध बजट का उपयोग कर वाहन खरीदने की अनुमति भी दी गई। इसके अलावा एमबीबीएस और बीडीएस छात्रों के स्टाइपेंड में वृद्धि का निर्णय लिया गया।
बैठक में समिति ने एम्स, नई दिल्ली के तर्ज पर रिम्स के एमबीबीएस और बीडीएस छात्रों के स्टाइपेंड में वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया।
बीएसएनएल भवन को गिराकर बनेगा ट्रॉमा सेंटर
वित्तीय पारदर्शिता और आधारभूत ढांचे पर जोर
रिम्स की ओर से प्रस्तुत 2023-24 के वार्षिक लेखा विवरण (एनुअल एकाउंटस) को समिति ने सैद्धांतिक रूप से अनुमोदित किया, लेकिन अंतिम मंजूरी के लिए सीएजी से अप्रूवल लेने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा निर्देश दिया गया कि रिनपास की तर्ज पर संस्थान की सभी भवनों का आधुनिकीकरण किया जाए। ताकि मरीजों को कोई असुविधा न हो।
ट्रॉमा सेंटर और नई सुविधाएं
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि रिम्स परिसर में स्थित बीएसएनएल भवन की जर्जर स्थिति के कारण उसे हटाकर वहां ट्रॉमा सेंटर बनाया जाएगा। भवन निर्माण विभाग की ओर से इसे पहले ही कंडम घोषित किया जा चुका है। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि कोई भी मामला टेंडर से पहले समिति में लाया जाए। टेंडर प्रक्रिया के बाद किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही, एचएमआईएस प्रणाली को सीडैक के माध्यम से लागू करने और दो स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाली कैंटीन सेवाएं शुरू करने का निर्णय भी लिया गया। इसके लिए झारखंड भवन की टेंडर प्रक्रिया को मॉडल के रूप में अपनाया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
