Jharkhand

रिम्स जीबी की बैठक : पीजी की सीटों की संख्‍या 176 से बढाकर 250 करने का निर्णय

बैठक में मंत्री इरफान अंसारी समेत अन्‍य

रांची, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के मल्टीमीडिया रिसोर्स सेंटर में गुरूवार को रिम्स शासी परिषद (जीबी) की बैठक गुरुवार को हुई। बैठक की अध्‍यक्षता स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री इरफान अंसारी ने किया।

बैठक में रिम्‍स में पीजी की सीटों की संख्‍या 176 से बढ़ाकर 250 करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा बैठक में मोक्ष वाहन योजना से मृत्यु पर पांच हजार रुपए की सहायता और निशुल्क शव वाहन सेवा देने, गरीब छात्रों के लिए मुफ्त नीट कोचिंग सुविधा देने के अलावे रिम्स में इंटर्न कर रहे एमबीबीएस डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर प्रतिमाह 30 हजार रुपए स्कॉलरशिप देने, कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस एवं वेतनवृद्धि किए जाने का निर्णय लिया गया। वहीं रिम्स में मरीज की मृत्यु पर मृतक के परिजनों को तत्काल 5000 रुपये की आर्थिक सहायता यूपीआई के माध्यम से ऑन-द-स्पॉट दी जाएगी, ताकि अंतिम संस्कार में सहायता मिल सके।

साथ ही, एयर कंडीशंड मोक्ष वाहन के माध्यम से शव को राज्य के किसी भी हिस्से में निःशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।

झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है जिसने इस तरह की मानवीय योजना लागू की है।

बैठक के अन्‍य निर्णय : – रिम्स से जुड़े सभी पुराने अधिवक्ता पैनल भंग करने के बाद अब नए अधिवक्ताओं का चयन विज्ञापन के माध्यम से पारदर्शी प्रक्रिया से करने- संस्थान की गोपनीय जानकारी लीक करने और छवि धूमिल करने के आरोप में डीपीआरओ को पद से हटाने का निर्णय लिया गया।- रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार के स्पष्टीकरण को जीबी की मंज़ूरी दी गई।- एमबीबीएस की सीटें 180 से बढ़ाकर 250 करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने का फैसला लिया गया।- सुपर स्पेशियलिटी कोर्स में 4 सीटों की वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया।-एमआरआई मशीन की खरीदी प्रक्रिया अंतिम चरण में अगले माह इंस्टॉल करने का निर्णय लिया गया।- सभी अस्पताल भवनों की फायर सेफ्टी ऑडिट अनिवार्य करने पर सहमति दी गई।-भवन निर्माण एवं मशीन खरीदी में समयबद्ध और पारदर्शी टेंडर प्रक्रिया लागू करने का निर्णय लिया गया।- होमगार्ड जवानों के वेतन में वृद्धि एवं एरियर भुगतान करने की मंज़ूरी दी गई।

वहीं बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि जीबी की बैठक में वैसे छात्र जिन्हें मेडिकल पढाई करने की इच्छा तो होती है, लेकिन खराब आर्थिक स्‍थि‍ति होने के कारण जिन्हें नीट जैसी बेहतर कोचिंग नहीं मिल पाती। वैसे छात्रों को नीट की मुफ्त में कोचिंग सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। उन्‍होंने कहा कि इससे ऐसे छात्रों को मेडिकल की पढाई करने में बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा। मंत्री ने कहा कि अब रिम्स के एमबीबीएस प्रथम और द्वितीय वर्ष के टॉपर छात्र 30 गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त में नीट कोचिंग देंगे। इसके लिए प्रत्येक टॉपर को प्रति घंटे 2500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

वहीं उन्‍होंने बताया कि छात्रों को सप्ताह में चार दिन कोचिंग मिलेगी। योजना पर वार्षिक व्यय लगभग सात करोड़ रुपये खर्च होंगे।

बैठक में झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अमरेश्वर सहाय, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रिम्स निदेशक, रिनपास निदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और चिकित्सा शिक्षा विशेषज्ञ मौजूद थे।

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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar

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