HimachalPradesh

आपदा की घड़ी में सरदार पटेल विश्वविद्यालय से बीएड कॉलेज वापस लेना विद्यार्थियों के साथ अन्याय : निहाल चंद शर्मा

निहाल चंद जिला भाजपा अध्यक्ष।

मंडी, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । मंडी जिला भाजपा अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही भाजपा सरकार द्वारा स्थापित संस्थानों को बंद करने की नीयत से कार्य कर रही है। मंडी स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय को योजनाबद्ध तरीके से कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में पूर्व जय राम ठाकुर सरकार ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना इसलिए की थी ताकि शिमला विश्वविद्यालय का बोझ कम हो और निचले हिमाचल के विद्यार्थियों को घर-द्वार पर उच्च शिक्षा उपलब्ध हो सके। प्रारंभ में मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और चंबा जिलों के 122 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से जुड़े थे और लगभग 32,000 विद्यार्थी पंजीकृत हुए थे। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस सरकार ने पहले कांगड़ा और चंबा जिलों के कॉलेज शिमला विश्वविद्यालय में स्थानांतरित कर दिए और अब हाल ही में 16 बी.एड. कॉलेज भी मंडी विश्वविद्यालय से निकालकर शिमला विश्वविद्यालय में जोड़ दिए। वर्तमान में इस विश्वविद्यालय के पास केवल 29 कॉलेज ही शेष रह गए हैं। इससे विश्वविद्यालय को करीब 2.5 करोड़ रुपए का वित्तीय नुकसान होगा।

निहाल चंद शर्मा ने साेमवार काे कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से मंडी में भवन बनाए गए, कुलपति व रजिस्ट्रार सहित स्टाफ की नियुक्तियां हुईं, लेकिन कांग्रेस सरकार की नीयत शुरू से ही इस विश्वविद्यालय को बंद करने की रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि मंडी जिले से भाजपा के 10 में से 9 विधायक चुनकर आए हैं, इसलिए कांग्रेस सरकार मंडी के साथ लगातार भेदभाव कर रही है। विकास कार्य ठप हैं और अब शिक्षा संस्थानों को भी राजनीतिक दुर्भावना का शिकार बनाया जा रहा है।

भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि मंडी को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिव धाम की सौगात दी थी,जो आस्था और रोजगार दोनों का केंद्र बन सकता था लेकिन कांग्रेस सरकार ने उसे भी राजनीति का शिकार बना दिया।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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