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बीएस एल परियोजना का 49वां स्थापना दिवस : लक्ष्य से ज्यादा उत्पादन कर्मचारियों व अधिकारियों के परिश्रम का परिणाम..

बीबीएमबी के स्थापना दिवस पर पंडोह डैम पर परियोजना शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए।

मंडी, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । बीएसएल परियोजना का 49 वा स्थापन दिवस पड़ोस डैम पर बीबीएमबी द्वारा धूमधाम से आयोजित किया गया। खिलखिलाती धूप में आयोजन ओर भी सुनियोजित तरीके से सम्पन्न हुआ। इस समारोह में अधिक्षण अभियन्ता बीबीएमबी सुन्दर नगर अजय पाल सिंह ने परियोजना निर्माण में अपनी शहादत देने वाले शहिदों को पुष्पांजली भेंट करते हुए उन्होंने श्रद्धांजली अर्पित की। तथा सीआईएसएफ के जवानों ने भी शहिदों की सहदत को परेड के माध्यम से सलामी दी। इस के उपरांत 239वीं बटालियन के कर्नल अरुण पाल सिंह ने पुष्पांजलि भेंट की तथा उपस्थित समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा भी श्रद्धासुमन अर्पित की गई।

अपने संबोधन में इंजीनियर अजय पाल सिंह ने कहा कि इस परियोजना निर्माण में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहिदों के कारण ही यह परियोजना निर्मित हो सकी है। इसलिए हम समस्त बीबीएमबी परिवार की ओर से उन्हें शत् शत् नमन करते हैं तथा विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने हर वर्ष की तरह बीबीएमबी के चैयरमैन मनोज त्रिपाठी का संदेश पढ़ कर सुनाया। जिसमें चेयरमैन ने डैहर पावर हाउस में वर्ष 2025 के लिए विद्युत उत्पादन लक्ष्य 2800 एम यू के मुकाबले 2956.11 एम यू विद्युत उत्पादन करने के लिए बीबीएमबी के कर्मचारी -अधिकारी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रबन्धन पडोह डैम के डाउन-स्ट्रीम में प्रस्तावित 10 मैगावाट विद्युत उत्पादन पावर प्लांट जल्द ही निर्मित करने पर गहनता से विचार कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इसी तरह बग्गी में एक नया सहायक विद्युत उत्पादन प्लांट पर कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ रही है। अपने संदेश में चैयरमैन ने सबसे महत्वपूर्ण चर्चा सीआईएसएफ पर केन्द्रित करते हुए कहा कि एक अक्तूबर 2024 से सीआईएसएफ ने बीएसएल परियोजनाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी ली थी। जिसके सुखद परिणामस्वरूप आज हमें मिल रहें हैं। हम यह कह सकते हैं कि हमारी परियोजनाएं अब पुरी तरह से सुरक्षित है। सीआईएसएफ के जवानों की निगाहें ना केवल डैम सुरक्षा में लगी रहती है अपितु शरारती तत्वों पर भी इनकी पैनी नज़र हमेशा बनी रहती है। निश्चित रूप से बीबीएमबी प्रबन्धन का यह निर्णय दूरदर्शी सोच का परिणाम है।

उन्होंने बीएसएल परियोजना के स्थापना दिवस पर समस्त कर्मचारी -अधिकारी को बधाई दी है। बता दें कि यह पहला अवसर था जब शहिद स्मारक स्थल पर यह आयोजन नहीं हो सका। क्योंकि शहिद स्मारक स्थल के जीर्णोद्धार का कार्य कछुआ चाल से चल रहा है। आयोजन के समापन पर उपस्थित लोगों को धाम की व्यवस्था की गई थी।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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