शिमला, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों द्वारा स्कूल समय में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। शिक्षा विभाग का कहना है कि मोबाइल फोन पढ़ाई में सबसे बड़ी बाधा बनते जा रहे हैं और छात्रों की एकाग्रता को लगातार भंग कर रहे हैं। इसके चलते न केवल उनकी शैक्षणिक बल्कि गैर-शैक्षणिक गतिविधियों पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।
निदेशक विद्यालय शिक्षा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मोबाइल फोन से छात्र सोशल मीडिया में अधिक उलझते हैं। इससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इसमें चिंता, तनाव, नींद की समस्या, अलगाव जैसी परेशानियां बढ़ रही हैं। मोबाइल पर लगातार नजरें गड़ाए रखने से आंखों की समस्या, खराब मुद्रा और निष्क्रिय जीवनशैली जैसी दिक्कतें भी सामने आ रही हैं। वहीं कक्षाओं में फोन बजने, संदेशों और नोटिफिकेशन से पढ़ाई का माहौल बिगड़ता है और शिक्षक-छात्र संवाद भी प्रभावित होता है।
आदेश के अनुसार छात्रों को घर से मोबाइल फोन स्कूल लाने की अनुमति नहीं होगी। शिक्षकों को भी कक्षा में पढ़ाते समय मोबाइल फोन रखने की मनाही रहेगी। वे अपने फोन स्टाफ रूम या निर्धारित सुरक्षित स्थानों में रखेंगे। स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वे नोटिस बोर्ड पर स्पष्ट रूप से मोबाइल फोन प्रतिबंध संबंधी निर्देश प्रदर्शित करें और इसका कड़ाई से पालन करवाएं।
आदेश के तहत आपात स्थिति में स्कूलों में लैंडलाइन टेलीफोन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि छात्रों और शिक्षकों के अभिभावकों से तुरंत संपर्क किया जा सके। सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित रूप से इस आदेश की निगरानी करें और उल्लंघन पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला उपनिदेशकों को आदेश जारी कर कहा है कि वे अपने अधीन सभी स्कूलों में इन निर्देशों को सख्ती से लागू करवाएं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
