चंडीगढ़, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस की धार्मिक सजा
बुधवार को पूरी हो गई। इसके बाद उन्होंने अमृतसर स्थित दरबार साहिब
जाकर माथा टेका और सरबत के भले के लिए अरदास की।
श्रीनगर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस
समारोह में गीतों ओर मनोरंजन के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें पंजाबी सिंगर बीर सिंह ने परफॉर्मेंस
दी थी। इस कार्यक्रम को लेकर
विवाद होने पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस को 6 अगस्त को सजा सुनाते हुए कहा था कि वे अमृतसर में
गोल्डन टेंपल से गुरुके महल तक पैदल जाएंगे। यहां साफ-सफाई करांगे। इसके बाद
गुरुद्वारा कोठा साहिब पहुंचने से 100 मीटर पहले उतर जाएंगे।
यहां से गुरुद्वारे तक पैदल जाएंगे। साथ ही रास्ते में साफ-सफाई कराएंगे।
हरजोत बैंस ने कहा कि श्री अकाल
तख्त साहिब से 6 अगस्त को मिला आदेश को उन्होंने इसे पूरी निष्ठा से निभाया। उन्होंने अपनी सफलता का
श्रेय गुरु साहिब और छठे गुरु हरगोबिंद साहिब जी की कृपा को दिया। सेवा पूरी करने
के बाद उन्होंने पंथ से क्षमा याचना की। उन्होंने गुरु साहिब से पंथ, राष्ट्र और पंजाब की सेवा करने की शक्ति मांगी। मंत्री बैंस ने कहा कि वे
मंत्री और सेवक, दोनों रूपों में धर्म और समाज की सेवा के
लिए सदैव तत्पर रहेंगे। मंत्री बैंस ने श्री हरमंदिर साहिब में 1100 रुपये का कड़ाह प्रसाद भेंट किया। उन्होंने दसवंद के रूप में अपने एक महीने
का वेतन दान किया। साथ ही अपने प्रिपरेटरी फंड से 20 लाख
रुपये की राशि भी दी। यह राशि धार्मिक स्थलों की सड़कों और सेवाओं के लिए समर्पित
की गई।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा
