Uttar Pradesh

रेड ईगल डिवीजन ने 1965 के युद्ध नायकों के सम्मान में साइकिलिंग अभियान को दिखाई हरी झंडी

साइकिल यात्रा की तैयारी

–231 किमी की दूरी तय कर 22 सितम्बर को धमूपुर में होगा समापन

प्रयागराज, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran) । रेड ईगल डिवीजन-स्ट्राइक वन ने 1965 के भारत-पाक युद्ध की हीरक जयंती तथा स्ट्राइक वन के स्थापना की स्मृति में एक साइकिल यात्रा का आयोजन किया। यह आयोजन सीक्यूएमएच अब्दुल हमीद, परमवीर चक्र के सर्वोच्च बलिदान और शौर्य को सम्मानित करने तथा 1965 के भारत-पाक युद्ध में विजय का उत्सव मनाने के लिए किया गया।

यह जानकारी रक्षा मंत्रालय, प्रयागराज के विंग कमांडर एवं पीआरओ देबर्थो धर ने शनिवार को देते हुए बताया कि आज प्रयागराज में 1965 के भारत-पाक युद्ध में वीर अब्दुल हमीद और अन्य वीर सैनिकों की अतुलनीय बहादुरी एवं बलिदान को श्रद्धांजलि स्वरूप, भारतीय सेना की रेड ईगल डिवीजन-स्ट्राइक वन द्वारा वीर अब्दुल हमीद द्वार, ओल्ड कैंटोनमेंट, प्रयागराज से वीर अब्दुल हमीद पार्क, धमूपुर (सीक्यूएमएच अब्दुल हमीद, परमवीर चक्र का जन्मस्थान) तक एक स्मारक साइकिल यात्रा का शुभारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम ऐतिहासिक युद्ध की हीरक जयंती तथा स्ट्राइक वन की स्थापना की स्मृति को चिह्नित करता है। यह आयोजन देशभक्ति, धैर्य एवं सशस्त्र बलों की भावना का प्रतीक है।

उन्होंने बताया कि इस यात्रा में सेना के समर्पित जवान 231 किमी की दूरी तय करेंगे। यह न केवल उनकी शारीरिक क्षमता को दर्शाता है बल्कि राष्ट्र की रक्षा में उनके अटूट समर्पण को भी प्रकट करता है। मार्ग को विशेष रूप से इस प्रकार चुना गया है कि यह महत्वपूर्ण स्थलों से गुजरे, प्रतिभागियों, पूर्व सैनिकों और गांवों से जुड़े तथा युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करे।

पीआरओ ने बताया कि गाजीपुर जिले के धमूपुर निवासी वीर अब्दुल हमीद को उनकी अद्वितीय बहादुरी के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने तीन पाकिस्तानी टैंकों को ध्वस्त किया और चौथे टैंक को नष्ट करते समय वीरगति प्राप्त की। इस साइकिल यात्रा का उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर युवाओं में, राष्ट्रीय गर्व की भावना जागृत करना तथा उन वीरों के बलिदान की स्मृति को जीवित रखना है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया।

अंत में उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का समापन वीर अब्दुल हमीद पार्क, धमूपुर में होगा। वहां एक विशेष समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें सेवानिवृत्त सैनिक, सेना के जवान, गणमान्य व्यक्ति तथा स्थानीय नागरिक शामिल होंगे। इस दौरान वीर अब्दुल हमीद की अमरगाथा और सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित किया जाएगा। “भारतीय सेना में शामिल हों” जैसे अभियान, पूर्व सैनिकों से संवाद, तथा स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर नागरिकों की समस्याओं के समाधान हेतु कार्यक्रम 22 सितम्बर को आयोजित किए जाएंगे।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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