Uttrakhand

रीप परियोजना : फूलों की खेती से खुली समृद्धि की राह

फूलों की खेती

हरिद्वार, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनपद हरिद्वार के समस्त विकासखंडों में अल्ट्रा पूवर सपोर्ट, एंटरप्राइजेज और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के सहयोग से, नारसन विकासखंड के हरचंदपुर गांव के खुशी स्वयं सहायता समूह ने फूलों की खेती के अपने व्यवसाय को नई पहचान और समृद्धि दिलाई है।

खुशी स्वयं सहायता समूह के पास एनआरएलएम की टीम पहुंची और उन्हें समूह से जुड़ने के लाभों के बारे में बताया। समूह से जुड़ने के बाद, उन्हें रीप परियोजना से न केवल आर्थिक और सामाजिक सहयोग मिला, बल्कि फ्लोरीकल्चर उत्पादन को व्यावसायिक ढंग से करने का प्रशिक्षण भी प्राप्त हुआ, जिसने उनकी सफलता की यात्रा का मार्ग प्रशस्त किया।

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, नारसन ब्लॉक द्वारा समूह के लिए 10 लाख रुपये का एक विस्तृत व्यावसायिक प्लान तैयार किया गया। इस योजना के तहत, समूह को बैंक से 3 लाख रुपये का ऋण दिलाया गया, साथ ही लाभार्थियों ने स्वयं 1 लाख रुपये का अंशदान किया और परियोजना द्वारा 6 लाख रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की गई। इस महत्वपूर्ण सहयोग से लाभार्थियों के पास कार्यशील और स्थायी पूंजी का वह अभाव दूर हो गया, जो उनके व्यवसाय के विस्तार में बाधा बन रहा था।

आज, खुशी स्वयं सहायता समूह पूरे उत्साह के साथ अपने व्यवसाय को बढ़ा रहा है। वर्तमान में वे 9 बीघा जमीन पर गेंदे के फूलों की खेती कर रहे हैं और एक सफल व्यावसायिक इकाई के रूप में स्थापित हो चुके हैं। पिछले छह महीनों में उन्होंने 30 हजार किलोग्राम फूल 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचे, जिससे 9 लाख की बिक्री हुई। सभी खर्चों को घटाने के बाद, समूह ने 4,21,800 का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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