
-23 जून को मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
पटना, 22 जून (Udaipur Kiran) । बिहार सरकार में भाजपा कोटे से पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने रविवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन परियोजना के प्रथम चरण में एनएच-31 से राघोपुर को जोड़ने वाली पुल का लोकार्पण करेंगे।
पाथ निर्माण मंत्री नवीन ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से सहमति मिल गई है। नवीन ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राघोपुर दियारा के निवासियों के लिए 23 जून का दिन एक ऐतिहासिक दिन होगा। राघोपुर की जनता जो कई दशकों से पटना शहर में होकर भी पटना से दूर थी अब मात्र 5 मिनट में पटना शहर राघोपुर से इस पुल के माध्यम से आ जा सकेगी।
नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री सोमवार को इस परियोजना के पहले चरण– एनएच-31 पर कच्ची दरगाह से राघोपुर तक के हिस्से का उद्घाटन करेंगे। यह हिस्सा पूर्ण रूप से बनकर तैयार है, जबकि राघोपुर से बिदुपुर तक का शेष कार्य अंतिम चरण में है जिसे अगले 3 माह में जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
नितिन नवीन ने कहा कि उद्घाटन के साथ ही कच्ची दरगाह से राघोपुर तक यातायात की शुरुआत हो जाएगी। इसके अलावा राघोपुर की मुख्य सड़क ( पंसरिया चौक) को कनेक्टिविटी देने के लिए 17 करोड़ की राशि से संपर्क पथ का निर्माण भी जल्द ही किया जाएगा।
इस संबंध में मंत्री नवीन ने कहा कि यह पहला स्थायी पुल होगा जो राघोपुर को राजधानी पटना से जोड़ेगा। स्थानीय लोगों को मानसून से पहले बनाए जाने वाले पीपा पुल या नावों पर अब निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हर साल बारिश में जब पीपा पुल हटा दिया जाता था, तब यह इलाका शेष राज्य से पूरी तरह कट जाता था। लेकिन अब इस पुल के शुरू होने से सालभर निर्बाध आवागमन संभव हो पाएगा।
तीन हजार करोड़ का लिया गया ऋण
मंत्री ने बताया कि 19 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 9.76 किलोमीटर का हिस्सा गंगा नदी पर बना एक्स्ट्रा डोज़्ड केबल स्टे ब्रिज है। इसकी चौड़ाई 32 मीटर है और इसे 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के अनुरूप डिजाइन किया गया है। पुल निर्माण में एशियन डेवलपमेंट बैंक से 3,000 करोड़ रुपये के ऋण तथा राज्य सरकार द्वारा लगभग 2000 करोड़ का व्यय किया जा रहा है।
नवीन ने कहा कि इस पुल के चालू होने से न सिर्फ महात्मा गांधी सेतु पर यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि बिदुपुर, राघोपुर और पटना के बीच सुव्यवस्थित और तेज़ सड़क कनेक्टिविटी स्थापित हो जाएगी। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2027 तक राज्य के किसी भी कोने से राजधानी पटना को सिर्फ साढ़े तीन घंटे में जोड़ने का है, जिसमें यह पुल एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
