आगर मालवा, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
मध्य प्रदेश के आगरमालवा जिले के ग्राम तनोड़िया में रावण के पुतले
को पत्थरों से मारने की करीब 550 वर्षों पुरानी परम्परा का निर्वहन कल गुरूवार कोविजया दशमी दशहरे पर किया जाएगा। मध्यप्रदेश में
आगरमालवा जिले का मात्र यह ऐसा गांव है जहां मिट्टी से बने रावण को पत्थरों से मारा
जाता है।
शारदीय नवरात्रि में नगर में मिट्टी के मटको से बने रावण, कुभंकरण एवं मेघनाथ
के पुतलों को को पत्थरो से मारा जाता है। इसके लिये दशहरा पर्व पर शाम के समय नगरवासियों
द्वारा नये-नये रंग बिरंगे परिधान पहनकर स्थानीय बडा मंदिर पर पहुंचेगें यहां से भगवान
श्रीरामजी की शोभायात्रा भजन कीर्तन करते हुए निकाली जाएगी, जो नगर के प्रमुख मार्ग
से होते हुवे उज्जैन रोड स्थित रावण टेकरी पर पहुंचेगी। दशहरा मैदान रावण टेकरी पर
भगवान श्रीरामजी की महाआरती गांव के जागीरदार राव राजेन्द्र सिंह दरबार द्वारा की जाएगी।
श्रीराम की पूजा करने के बाद रावण को पहले गांव के जागीरदार दरबार द्वारा सबसे पहले
लकड़ी और मिट्टी के मटको से बने रावण, कुम्भकरण व मेघनाथ पर वार करेंगे। इसके बाद नगरवासियों
द्वारा पत्थरों से मारकर रावण, कुम्भकरण व मेघनाथ का वध किया जाएगा। इसके बाद सभी एक
दूसरे को विजयदशमी पर्व की शुभकामनाएं देगें यह सिलसिला देर-रात तक जारी रहेगा।
(Udaipur Kiran) / रितेश शर्मा
