



पश्चिम मेदिनीपुर, 23 सितम्बर (Udaipur Kiran News) ।
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दांतन प्रखंड के तररुई ग्राम पंचायत क्षेत्र में सरकारी राशन सामग्री में बड़े घोटाले का मामला उजागर हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पात्र लाभुकों तक पहुंचने से पहले ही खाद्यान्न और अन्य सामग्री की हेराफेरी की जा रही थी। इससे गरीब, श्रमिक और बुजुर्ग वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जो पूरी तरह इस योजना पर निर्भर हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में करीब 15 लाख रुपये का गबन सामने आया है। आरोपित राशन डीलर का नाम निमाई बेरा बताया गया है। घटना अप्रैल माह की है, जिसकी जानकारी सामने आने के बाद जुलाई माह में खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से दांतन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। आरोप है कि 194 किलो चावल, 145 किलो आटा, चीनी व अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री में गड़बड़ी की गई।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जांच के क्रम में जिला खाद्य विभाग और पुलिस अधिकारियों की टीम ग्राम में पहुंची। टीम ने वंचित राशन उपभोक्ताओं से बातचीत कर उनके बयान दर्ज किए। साथ ही, आरोपित डीलर के घर जाकर पूछताछ की और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए। बताया गया है कि डीलर निमाई बेरा की तबीयत लंबे समय से खराब चल रही थी और बीते कई वर्षों से उसका बेटा लक्ष्मीकांत बेरा ही राशन दुकान का संचालन कर रहा था। आरोप है कि बीते वर्षों में जो भी अनियमितताएं हुईं, वह लक्ष्मीकांत बेरा द्वारा की गईं।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें कई बार खुले पैकेट, घटिया गुणवत्ता की वस्तुएं और कम मात्रा में चावल, दाल व तेल दिए गए। वहीं, खाद्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और लाभुकों तक पूरा राशन सुनिश्चित किया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि राशन वितरण प्रक्रिया की सख्त निगरानी की जाए तथा दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में गरीबों के हक पर इस तरह की चोट न हो।
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(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
