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रक्षा बंधन पर्व पर 297 वर्ष बाद बन रहा दुर्लभ योग… शनिवार को 8 ग्रह रहेंगे उन्ही राशियों में जो थे वर्ष 1728 में

रक्षा बंधन पर्व पर 297 वर्ष बाद बन रहा दुर्लभ योग.... शनिवार को 8 ग्रह रहेंगे उन्ही राशियों में जो थे वर्ष-1728 में

उज्जैन, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । इस बार रक्षा बंधन पर्व पर भद्रा का साया तो है ही नहीं, एक दुर्लभ संयोग भी बनने जा रहा है। शनिवार को रक्षा बंधन पर्व पर 08 ग्रह जिन राशियों में एक साथ रहेंगे, यह संयोग वर्ष-1728 में भी बना था। दोबारा से यह संयोग बनना ऐतिहासिक घटना भी है।

दरअसल, मध्‍य प्रदेश की धार्म‍िक नगरी उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बेवाला ने इस संबंध में उक्‍त बातें बताई हैं। उनके अनुसार शनिवार को रक्षा बंधन पर्व पर श्रवण नक्षत्र,पूर्णिमा तिथि,सौभाग्य योग, मकर राशि में चंद्रमा आदि की स्थिति 297 वर्ष बाद बन रही है। इसके पूर्व ऐसा संयोग वर्ष-1728 बना था। रक्षा बंधन पर्व पर इस बार भी 8 ग्रह उन्ही राशियों पर रहेंगे जोकि वर्ष-1728 में थे। ये ग्रह सूर्य कर्क में, चंद्र मकर में, मंगल कन्या में, बुध कर्क में, गुरू और शुक्र मिथुन में, राहु कुंभ में और केतु सिंह राशि में रहेंगे।

रक्षा बंधन का मुहूर्त ज्योतिषाचार्य पं. अजयशंकर व्यास के अनुसार शनिवार को रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त प्रात: 6.15 से दोपहर 1.24 बजे तक है। इस बार रक्षा बंधन पर्व पर भद्रा का साया नहीं रहेगा। इस दिन सोभाग्य सर्वार्थ सिध्द शोभन योग, श्रवण नक्षत्र है। इन योगों को किसी भी मांगलिक काम के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। शिप्रा के घाटों पर होगी श्रावणी शनिवार को शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर श्रावणी मनाई जाएगी।

उन्‍होंने बताया कि सनातनियों द्वारा इस दिन जनेऊ बदली जाती है। इसके पूर्व तीर्थ स्थल पर हेमाद्री स्नान का विधान है। इस स्नान का उद्देश्य आत्मशुद्धि तथा पापों का नाश करना है। इस स्नान में 10 प्रकार की सामग्रियों- भस्म, मिट्टी, गोमय, पंचगव्य, गोरज, धान्य, फल, सर्वोषधि, कुशोदक और सुवर्ण शामिल हैं। हेमाद्री स्नान से आरोग्य की प्राप्ति होती है। तीर्थों के पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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