Haryana

हरियाणा की नई औद्योगिक नीति शीघ्र ही घोषित की जाएगी : राव नरबीर सिंह

चालू वित्त वर्ष के लिए 1848 करोड़ रुपये का किया गया प्रावधान

चंडीगढ़, 22 जून (Udaipur Kiran) । हरित क्रांति से श्वेत क्रांति के बाद नील क्रांति का अग्रदूत बना कृषि प्रधान हरियाणा प्रदेश अब औद्योगिक क्रांति की ओर अग्रसर है। स्टार्टअप से लेकर 10 नए औद्योगिक मॉडल टाउनशिप विकसित करने का सरकार का प्रस्ताव है, जो प्रदेश की औद्योगिक क्रांति की नई गाथा लिखेंगे और शीघ्र ही कई नीतियों के लिए नए मसौदे ड्राफ्ट तैयार करके नई औद्योगिक नीति लाने की योजना है।

हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने रविवार काे बताया कि किसी भी देश व प्रदेश का विकास उद्योगों के बिना संभव नहीं है। प्रदेश में औद्योगिक विकास को और अधिक बढ़ावा देने के लिए हमने अपने किए गए वायदे के अनुरूप के प्रस्ताव को तेजी से कार्य आरंभ किया है। इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वित्त मंत्री के रूप में उद्योग क्षेत्र को अपने बजट में प्राथमिकता दी है और चालू वित्त वर्ष में उद्योग विभाग के बजट में 126 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए 1848 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।

उन्होंने कहा कि आने वाले 5-6 वर्षों में औद्योगिक क्षेत्र में नया बदलाव देखने को मिलेंगे। जब गुरुग्राम में मारुति ने अपनी पहली इकाई स्थापित की थी, उसमें यह शहर औद्योगिक रूप से पिछड़ा क्षेत्र माना जाता था। आज विश्व की बहुउद्देशीय कम्पनी ने अपनी इकाइयां स्थापित की है और गुरुग्राम ने आज देश के साइबर सिटी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के साथ लगते मेवात में नई आईएमटी विकसित की जाएगी। मानेसर के बाद मेवात में मेसर्स एम्परेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने अपनी इकाई स्थापित करने में रुचि दिखाई है। कम्पनी द्वारा प्रस्तवित अपने 7,083 करोड़ रुपये में से 2460 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मेवात देश के 100 आकांक्षित पिछड़े जिलों में से एक है। प्रदेश सरकार का प्रयास रहेगा कि आने वाले समय में मेवात में प्रदेश के अन्य जिलों की तरह एक विकसित जिला बने।

उन्होंने कहा कि टैक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा आत्मनिर्भर वस्त्र नीति 2025 लागू की है। पानीपत, गुरुग्राम और फरीदाबाद में टैक्सटाइल उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। इस नीति के तहत उद्योगों को 1200 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है।

राव नरबीर सिंह ने कहा कि 10 एकड़ क्षेत्र में जहां 50 औद्योगिक यूनिट स्थापित हों सके इसके कन्फर्मेशन जॉन घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में उद्यमियों को एनओसी देने के लिए सिंगल विंडों सिस्टम स्थापित किया गया है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी प्रकार के सिस्टम खोले जायेंगे, ताकि उद्यमियों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े।

—————

(Udaipur Kiran) शर्मा

Most Popular

To Top