
जम्मू, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) के मातृका सभागार में रंगयुग द्वारा प्रस्तुत बहुचर्चित डोगरी नाटक चंचलो का मंचन किया गया। यह प्रस्तुति विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ कल्चरल एक्टिविटीज (बीसीए) के सौजन्य से और 92.7 बिग एफएम की पहल हैंड्स फॉर ह्यूमैनिटी के सहयोग से आयोजित हुई। नाटक को हिंदी की वरिष्ठ नाटककार नदिरा ज़हीर बाबर (सकुबाई) ने लिखा है, जिसे आरजे डॉ. जुही मोहन ने डोगरी में रूपांतरित किया और वरिष्ठ रंगकर्मी दीपक कुमार ने निर्देशित किया। आरजे डॉ. जुही मोहन के दमदार अभिनय ने दर्शकों को 90 मिनट तक बांधे रखा और कई क्षणों ने उन्हें भावुक कर दिया।
बीसीए अध्यक्ष डॉ. राकेश थुस्सू ने कहा कि चंचलो जैसे नाटक न केवल मनोरंजन करते हैं बल्कि समाज को संवेदनशील भी बनाते हैं। इस नाटक ने हमारे समुदाय की अनकही कहानियों को सामने लाकर डोगरी भाषा की ताकत को उजागर किया है। निर्देशक दीपक कुमार ने कहा कि चंचलो केवल एक स्त्री की कहानी नहीं, बल्कि हाशिए से आने वाली अनगिनत आवाज़ों की दास्तान है। यह नाटक समाज को आईना दिखाने और सामूहिक जिम्मेदारी का अहसास कराने का प्रयास है। इस अवसर पर सहायक निर्देशक आशीष शर्मा, संगीत व ध्वनि पर शिवन गुप्ता, लाइट्स पर पंकज शर्मा व गौरव, मेकअप शम्मी धामीर और प्रॉप्स नेहारिका के साथ सोहम कश्यप, सुमित, पूनम और आमिर अख्तर खान सहित पूरी टीम ने नाटक को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
नाटक चंचलो का प्रीमियर अभिनव थिएटर जम्मू में हुआ था और इसके बाद इसे जम्मू विश्वविद्यालय में भी सराहा गया। एसएमवीडीयू में हुई प्रस्तुति ने इसके सांस्कृतिक महत्व और कलात्मक प्रासंगिकता को और मजबूत किया। दर्शकों ने नाटक के अंत में खड़े होकर तालियों से स्वागत किया और डोगरी भाषा व संस्कृति के संरक्षण के लिए रंगयुग की सराहना की। रंगयुग ने घोषणा की कि ‘चंचलो’ का विशेष चैरिटी शो 20 सितम्बर 2025 को अभिनव थिएटर, जम्मू में होगा, जिसकी आय बाढ़ प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए दी जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
