
शिमला, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । भाजपा मीडिया प्रभारी और विधायक रणधीर शर्मा ने कहा है कि हिमाचल में आपदा के समय कांग्रेस सरकार पूरी तरह असमर्थ साबित हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि फील्ड स्टाफ तब तक सक्रिय नहीं होता जब तक कोई विधायक या नेता उनसे संपर्क न करे। शर्मा ने कहा कि आपदा से पहले जुलाई, अगस्त और सितंबर में होने वाली बारिश के मद्देनजर सरकार की ओर से कोई तैयारी बैठक नहीं हुई, जो चिंता का विषय है।
रणधीर शर्मा ने शनिवार को एक बयान में कहा कि आपदा के दौरान राजस्व विभाग और लोक निर्माण विभाग के कामकाज में गंभीरता नहीं दिखी। उन्होंने विशेष रूप से मंत्री विक्रमादित्य पर निशाना साधते हुए कहा कि आपदा के समय वे विदेश यात्रा पर चले गए, जबकि उनसे महत्वपूर्ण काम अपेक्षित थे। उन्होंने सवाल उठाया कि आपदा से संबंधित कार्यों में उनका महत्वपूर्ण योगदान क्या था।
विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार की विश्वसनीयता पूरी तरह समाप्त हो गई है। कांग्रेस शासन में ठेकेदार टेंडर लगने के बाद भी काम नहीं कर रहे क्योंकि उन्हें अपने बिलों के भुगतान की चिंता है। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल की जनता मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे जमा नहीं करवा रही, बल्कि सीधे जाकर या नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के माध्यम से ही पीड़ितों को मदद प्रदान कर रही है।
रणधीर शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार में गुटबाजी के कारण विभागों को बजट में कटौती के बाद पैसा दिया जा रहा है, जिससे आपदा पीड़ितों तक राहत पहुंचाने में कठिनाइयां आ रही हैं। उन्होंने कहा कि भले नुकसान छोटा हो, लेकिन गरीबों के लिए यह अत्यधिक संकटपूर्ण है और सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने चेताया कि यदि सरकार अपनी नीतियों और कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करती है, तो आपदा जैसी परिस्थितियों में जनता को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। रणधीर ने कहा कि आलोचना सुधार का हिस्सा है और सरकार को निंदा करने वालों के सुझावों पर भी ध्यान देना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
