
सोलन, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग कि ओर से ज़िला के सोलन में रेजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस योजना के तहत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र की प्रगति, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने में ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम प्रदर्शन को उन्नत एवं तीव्र करने का कार्यक्रम रैंप योजना की भूमिका पर चर्चा की गई।
इस कार्यशाला में लगभग 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें एमएसएमई से जुड़े कारीगर समूहों के प्रतिनिधि, पर्यटन क्षेत्र के प्रतिभागी, एफपीओ/एफपीसी सदस्य एवं नवोदित उद्यमी शामिल थे।
योजना के बारे में जानकारी देते हुए महाप्रबंधक, औद्योगिक विभाग, सोलन सुरेंदर ठाकुर ने बताया कि उद्योग विभाग की ओर से केंद्र की रैंप योजना के में छोटे उद्यमियों के लिए क्लस्टर योजना के तहत क्लस्टर बनाये जा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि विश्व बैंक द्वारा संचालित यह योजना एमएसएमई मंत्रालय की सबसे महत्वपूर्ण सुधार आधारित पहल है। इसके साथ ही गिफ्ट और स्पाइस योजना के बारे में भी प्रतिभागियों को जानकारी दी गयी।
इस कार्यशाला में अशोक कुमार गौतम, डेवलपमेंट एंड फेसिलिटेशन ऑफिसर भारत सरकार(डीएफओ), ने भारत सरकार की ओर से एमएसएमई के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे उद्यम पंजीकरण करवाया जा सकता है। रैंप योजना का उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता, तकनीकी सशक्तिकरण और बाज़ार पहुँच को बढ़ाना है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदेश सरकार के माध्यम से सभी उद्यमी उठा सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा
