Uttar Pradesh

रामगंगा और कोसी नदी उफान पर, कई गांवों तक पहुंचा पानी

डिलारी में मलकपुर सेमली में रामगंगा नदी से हुआ कटान।

– जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम व पीडब्ल्यूडी विभाग को दिए निर्देश

मुरादाबाद, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश से रामगंगा और कोसी नदी उफान पर हैं। इसकी वजह से कई गांवों तक पानी पहुंच गया है। कुछ का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। कांठ के खादर क्षेत्र से होकर गुजर रही रामगंगा नदी इस समय उफनाई हुई है। इससे शुक्रवार को जिले की कांठ तहसील क्षेत्र के गांव दरियापुर, रफायतपुर गांव में अंदर घरों तक पानी पहुंच गया। वहीं जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम व पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश दिए कि जहां सड़क के ऊपर पानी बह रहा है, वहां तत्काल आवागमन रोक कर वैकल्पिक मार्ग प्रयोग किया जाए।

इसके अलावा कांठ क्षेत्र में सलेमपुर-पाइंदापुर, कुम्हरिया जुबला, गोपालपुर, बहादरपुर खद्दर, महदूद कलमी, राजीपुर खद्दर सहित करीब दस गांवों के मुख्य मार्गों पर भी बाढ़ का पानी बह रहा है। किसानों का कहना है कि वह पशुओं का पेट भरने के लिए अपनी जान को खतरे में डालकर पानी के बीच से होकर खेतों से चारा लाने को विवश हैं।

रामगंगा नदी के उफनाने से गुरुवार को कांठ-करनपुर ठाकुरद्वार मार्ग पर भी बाढ़ का पानी पहुंच गया। जिससे इस मार्ग पर प्रशासन ने दोनों ओर बैरियर लगवाकर आवागमन को बंद करा दिया है। जिस कारण दिल्ली से कांठ होते हुए सीधे उत्तराखंड जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। डीएम ने अधिकारियों को सभी पीड़ितों की जरूरतों को पूरा करने के निर्देश दिए और विभागवार जिम्मेदारियां तय की हैं। वहीं इस्लामनगर-धारकनगला

मार्ग पर पानी आने से ट्रैफिक रोक दिया गया है। इससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। महानगर में जिगर नटबाबा मंदिर के पास रामगंगा का जलस्तर बढ़ने पर किसान नाव से अपने पशुओं के लिए चारा लेने गए।

जिलाधिकारी अनुज सिंह ने आज पीडब्ल्यूडी विभाग और सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि जहां पर सड़क के ऊपर पानी बह रहा है, वहां पर तत्काल आवागमन रोकर वैकल्पिक मार्ग प्रयोग किया जाए। जनपद के जिन गांव के आसपास जहां पानी पहुंचा है, वहां सौ मीटर पहले चूना से चिह्नांकित कर प्रतिबंधित कर दिया जाए। इन गांवों में मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। इसके अलावा जिला पशुपालन अधिकारी को जहां जरूरत हो वहां भूसा वितरण करने के निर्देश दिए। डीपीआरओ और सभी बोडीओ को ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने और अस्थायी शौचालय की व्यवस्था करने को कहा।

–सभी जगह मेडिकल केंद्र, पीएचसी पर कंट्रोल रूम बनाएं : डीएम

डीएम अनुज सिंह ने सीएमओ को सभी जगह मेडिकल केंद्र, पीएचसी पर कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। कहा कि यदि किसी गर्भवती महिला के साथ कोई घटना होती है या सुरक्षित प्रसव नहीं होता तो चिकित्सा विभाग जिम्मेदार होगा। सभी बाढ़ चौकियों और सभी बाढ़ राहत केंद्रों को सक्रिय करने के निर्देश दिए।

–कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से मूंढापांडे ब्लाक के 12 गांवों के जंगल में पानी :

कोसी नदी में जलस्तर बढने से 12 गांवों के जंगल में पानी फैल गया जबकि गदईखेडा की सड़क पार पानी उतर रहा है। रनियाठेर, हरपाल नगर, हीरापुर, चकलालपुर, रजौडा कन्नरदेव, लालपुर तितरी, हिरनखेडा, जैतपुर विसाहट, मिलक विसाहट खवड़िया भूड़ के जंगलों में फैल गया है। हीरापुर के किसान दुर्गपाल सिंह ने बताया कि गांव के पास दो फीट भर गया है। गदई खेड़ा के सतेंद्र सिंह ने बताया कि इसी तरह पानी बढ़ता रहा तो गदईखेड़ा, हरपाल नगर के लिए आवाजाही बंद हो सकती हैं।

–इन गांवों में पहुंचा पानी :

डिलारी में मलकपुर सेमली, बिलारी में चंदूपुरा, मल्लीवाला, ठाकुरद्वारा का मानपुर माजरा बलिया, गंगाधरपुर, छजलैट का बेगमपुर, बहादरपुर खादर, मूंढापांडे छतरपुर नकटखेड़ा, कुंदरकी का अलीरजापुर गांव के खेतों में या एक तरफ पानी पहुंच गया है।

–इन रुटों पर किया गया डायवर्जन :

भोजपुर नगला बाईपास, सलीम सराय डिलारी रोड और धनौरा-अमरोहा-ठाकुरद्वारा रोड पर लगातार पानी बहने की वजह से जिला प्रशासन ने डायवर्जन कर दिया है।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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