
राजगढ़, 17 जून (Udaipur Kiran) । भगवान चित्रगुप्त को लेकर कथावाचक प्रदीप मिश्रा की ओर से की गई टिप्पणी पर कायस्थ समाज में रोष व्याप्त है, मंगलवार को पचोर में कायस्थ समाज के वरिष्ठजन और समाज प्रमुखों ने विरोध दर्ज करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
समाज के लोगों को कहना है कि भगवान चित्रगुप्त समस्त श्रृष्टि के न्यायाधीश है, उनके प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी न सिर्फ कायस्थ समाज बल्कि समस्त सनातन धर्म के गौरव पर चोट है। निर्माण समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र सक्सेना ने कहा कि इस अभद्र टिप्पणी पर कथावाचक प्रदीप मिश्रा को सार्वजनिक रुप से क्षमा मांगनी चाहिए। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रामबाबू सक्सेना ने कहा कि कथावाचक भगवान चित्रगुप्त के मंदिर में जाकर नाक रगड़कर माफी मांगे, अन्यथा समाज बहिष्कार करेगा।
इस मौके पर समाजजनों ने एक स्वर में कथावाचक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए जल्द एफआइआर दर्ज करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जितेन्द्र सक्सेना, देवेन्द्र सक्सेना, डाॅ.आकाश श्रीवास्तव, मनोज सक्सेना सहित अन्य समाजजन मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक
