
राजगढ़, 28 नवंबर(Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत शुक्रवार को ग्राम पंचायत दंड और भवानीपुरा में पंचायत स्तरीय जागरुकता चौपाल का आयोजन किया गया। यह अभियान सामूहिक प्रयासों से कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने पर केंद्रित है। गांव-गांव पहुंचकर लोगों को बताया जा रहा है कि कम उम्र में विवाह बच्चों की शिक्षा को बाधित करता है, स्वास्थ्य जोखिम बढ़ाता है और मातृ-शिशु मृत्यु दर को प्रभावित करता है।
चौपाल में ग्रामीणों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी जा रही है। कार्यक्रम में अभियान की नोडल अधिकारी प्रशासक रश्मि चौहान ने कार्यक्रम के उद्देश्य,रुपरेखा और समाज की भूमिका को समझाया साथ ही कहा कि हमारा उद्देश्य बाल विवाह, बाल सगाई को रोकना है ताकि हर बच्चा अपने सपनों को पूरा कर भविष्य को सुरक्षित कर सके। चौपाल में मौजूद ग्रामीणों को सहायता के लिए और सूचना प्रदान करने के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181, बाल विवाह नियंत्रण कक्ष के बारे में बताया।
पंचायत स्तरीय जागरुकता चौपाल का आयोजन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्यामबाबू खरे के मार्गदर्शन में किया गया। सुपरवाईजर संतोष चौहान ने बताया कि खिलचीपुर परियोजना के 36 ग्राम पंचायत के लगभग 70 गांव के लोगों को जागरुक किया गया है साथ ही अभियान के दौरान परियोजना में छह बाल विवाह को रोका गया है। महिला बाल विकास विभाग सतत प्रयासरत है। बाल विवाह न केवल व्यक्तिगत, बल्कि सामाजिक विकास को अवरुद्ध करता है। कार्यक्रम के दौरान रैली निकालकर ग्रामीणों से बाल विवाह मुक्त की अपील की साथ ही शपथ दिलाई गई।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक