
जैसलमेर, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान ग्रेड फोर्थ (चपरासी) भर्ती परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो गई है। यह परीक्षा 21 सितंबर तक प्रतिदिन दो पारियों में आयोजित की जाएगी। पहली पारी सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पारी दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक होगी। जिले में 17 सेंटरों पर 22 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। जहाँ सुरक्षा के चलते परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों से जेवर उतरवाए। वही दूसरी और अभ्यर्थियों की आने जाने की समस्या को देखते हुए रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई। शुक्रवार सुबह 7 बजे के बाद ही एग्जाम सेंटर्स पर अभ्यर्थियों की लंबी लाइन लगनी शुरू हो गईं। कड़े सुरक्षा कारणों से अभ्यर्थियों की सख्ती से जांच की गई। जहां परीक्षा केंद्रों पर कानों में लौंग पहनकर आए अभ्यर्थियों से लौंग उतरवाई गई, वहीं महिला अभ्यर्थियों को अपने जेवर तक उतारने पड़े। परीक्षा ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को मोबाइल ले जाने की अनुमति भी नहीं दी गई।
प्रशासन ने सुबह 9 बजे गेट बंद करने का नियम लागू किया था। गेट बंद होने के 1 मिनट बाद पहुंचे कई अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई । ऐसा एक नजारा सागरमल गोपा स्कूल में देखा गया, जहां सेंटर पर एग्जाम देने आए एक परीक्षार्थी को 9 बजे गेट बंद होने के एक मिनट बाद भी प्रवेश नहीं दिया गया।
परीक्षार्थी ने कहा कि मैं जैसलमेर का रहने वाला हूं, बीते कई सालों से कम्पटीशन की तैयारी कर रही हूं। पटवारी, कांस्टेबल के एग्जाम दिए। एग्जाम सेंटर पहुंचने में बस 1 मिनट की देरी हुई इसलिए प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा सेंटरों पर दुपट्टा, कंगन, नाक-कान में पहने आभूषण को खुलवाया गया। इसके बाद ही परीक्षार्थी सेंटर पर एंट्री दी गई है। वहीं 9 बजे के बाद एग्जाम सेंटर पर अभ्यर्थी को एंट्री नहीं मिली।
दरअसल, जैसलमेर जिले में 3 दिनों में 17 सेंटरों पर 22 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। इसके लिए प्रशासन व पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए है। हर सेंटर पर तीन लेयर की चेकिंग के बाद ही अभ्यार्थियों को एंट्री दी जा रही है। साथ ही, हर परीक्षार्थी की बायोमेट्रिक जांच भी ली गई है। जिला प्रशासन ने साफ किया है कि नियमों में कोई ढील नहीं दी जाएगी और अनुशासन का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / चन्द्रशेखर
