
रांची, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । कई आदिवासी संगठनों ने सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर के खिलाफ 23 अगस्त को आक्रोश मार्च निकालकर राजभवन घेराव करने का ऐलान किया है। यह मार्च जिला स्कूल मैदान से निकलकर राजभवन पहुंचेगा और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेेगा।
यह जानकारी कई आदिवासी संगठनों ने गुरुवार को रांची करमटोली स्थित धूमकुडिया भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
इस अवसर पर मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने कहा कि सरकार जल-जंगल-जमीन की लूट, अवैध खनन, मानव और पत्थर तस्करी और महिलाओं पर बढ़ते शोषण के खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन्हीं मुद्दों पर मुखर होने के कारण संथाल नेता सूर्या हांसदा की हत्या फर्जी एनकाउंटर के रूप में कर दी गई।
जगलाल पाहन ने कहा कि हेमंत सरकार के शासन में कई होनहार आदिवासी नेताओं को योजनाबद्ध तरीके से समाप्त किया जा रहा है। उन्होंने मांग किया कि सूर्या हांसदा के एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराई जाए, परिजनों को सुरक्षा दी जाए, फर्जी मुकदमे समाप्त किए जाएं और उनके अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी सरकार उठाए।
प्रेस वार्ता में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा, ट्राइब फर्स्ट अभियान झारखंड की प्रदेश संयोजक आरती कुजूर, चडरी सरना समिति के महासचिव सुरेंद्र लिंडा, आदिवासी रूढ़ि सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक रवि मुंडा, सरना जन क्रांति सेना के संयोजक रंजीत उरांव, जनजाति सुरक्षा मंच के मीडिया प्रभारी सोमा उरांव सहित कई संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
