
ऊना, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । ऊना से कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक रहे सतपाल राजयादा ने उनके व परिवार के अन्य सदस्यों व व्यापारिक संस्थान पर झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाने पर भाजपा नेता एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में रायजादा ने सत्ती को उनपर लगाए झूठे आरोपों के लिए 15 दिनों के भीतर माफी मांगने को कहा है। ऐसा न करने पर रायजादा ने सत्ती के विरुद्ध अदालत में मानहानि का मामला दर्ज करने की चेतावनी दी है।
ऊना में शनिवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए सतपाल रायजादा ने कहा कि लालसिंगी गोलीकांड भाजपा की एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। वारदात के समय मौके पर भाजपा के दो कार्यकर्ता भी मौजूद थे। जिनमें से एक संतोषगढ़ व दूसरा झलेड़ा का निवासी है। इनकी भूमिका की पुलिस गहनता से जांच करें।
रायजादा ने कहा कि उन्होंने अपने होटल की पिछले 15 दिनों की सभी 26 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस को सौंप दी है। इसमें होटल में कौन, कब किस परिस्थिति में आया, गया है, सब शामिल है। इसमें न केवल वीडियो बल्कि साऊंड भी है। इससे साफ हो जाएगा कि कौन, क्या कर रहा था। रायजादा ने कहा कि भाजपा लाशों पर राजनीति कर रही है। गोलीकांड को लेकर उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि उनके होटल को लेकर बेबुनियाद आरोप लगाए है। रायजादा ने सत्ती को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने आरोपों को साबित करें।
सतपाल रायजादा ने कहा कि उनपर व्यक्तिगत आरोप लगाने से पहले भाजपा नेता को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। भाजपा हमेशा खनन की बात करती है, लेकिन प्रदेश में पूर्व भाजपा सरकार में अवैध खनन को लेकर भाजपा ने कभी आवाज नही उठाई। उन्होंने कहा कि सब जानते है कि उस समय कौन खनन करता था व किसके कहने पर टिप्पर/घोड़े निकाले जाते थे। पुलिस लाईन में चार-चार निरीक्षक रैंक के अधिकारी होने के बावजूद भी उपनिरीक्षक को क्यों थाना प्रभारी बनाया जाता था।
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(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल