
भोपाल, 1 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में इन दिनों जमकर बारिश हो रही है। सोमवार को भी राजधानी भोपाल समेत प्रदेश 26 से अधिक जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा दमोह में 2.3 इंच पानी गिर गया। रतलाम-दतिया में डेढ़ इंच, ग्वालियर में पौन इंच और भोपाल में आधा इंच बारिश हो गई। बैतूल, इंदौर, पचमढ़ी, गुना, शाजापुर, भिंड, निवाड़ी, छतरपुर, बालाघाट, मंदसौर, सतना, नर्मदापुरम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया, बालाघाट में भी बारिश का दौर बना रहा।
तेज बारिश के चलते दमोह में एक मकान गिर गया। मलबे में दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी पत्नी घायल है, जिसे अस्पताल ले जाया गया। भोपाल में सोमवार सुबह 5 बजे से बारिश का दौर शुर हो गया था। दोपहर के बाद भी तेज बारिश हुई।
राजस्थान से सटे प्रदेश के जिलों में रविवार रात और सोमवार को तेज वर्षा से नदी–नाले उफान पर होने से रास्ते अवरुद्ध रहे। रतलाम जिले के कई गांव पानी से घिर गए। रतलाम के धोलावाड़ डैम के तीन गेट खोले गए। इससे पलसोड़ा गांव पानी में पूरी तरह डूब गया है। लोग छतों पर चढ़े नजर आए। उसरगार और अमलेटा गांव के बीच नाले की पुलिया धंसने से ट्रैफिक रुक गया है। उपलई गांव में एक कार पलट गई। ग्रामीणों ने कार सवार लोगों को बाहर निकाला। रतलाम जिले में 24 घंटे में करीब 50 मिमी वर्षा हुई। अब तक यहां औसत 982.88 मिमी वर्षा हो चुकी है। नीमच जिले में 24 घंटे में 115 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। जोरदार वर्षा से रावण रूंडी, चौथखेड़ा रोड की रपट व पुलिया डूबने से लोग परेशान हुए।
जावद, सिंगोली और मनासा क्षेत्र में भी जोरदार वर्षा हुई। मंदसौर में शिवना नदी उफान पर रही। सोमवार सुबह शिवना का पानी पशुपतिनाथ मंदिर में पहुंच गया था, तापेश्वर महादेव जलमग्न हो गए। मल्हारगढ़ स्थित काका गाडगिल सागर बांध के गेट सीजन में पहली बार खुले। रेतम बैराज में भी पानी की आवक होने पर आठ गेट खोल गए।
मंदसौर जिले में अब तक 724 मिमी वर्षा दर्ज हो चुकी है। इधर, झाबुआ में कदवाली पुलिया जर्जर होने से आवागमन बंद कर दिया गया। डायवर्शन मार्ग से वाहनों को निकाला जा रहा है। मेहंदीखेड़ा-टीटकी मार्ग की रपट पर बार-बार पानी आ जाने से इस रास्ते को भी बार -बार बंद किया जा रहा है। माही बांध का एक गेट खोला गया है।
बालाघाट में रविवार देर रात आकाशीय बिजली गिरने से तीन कॉन्स्टेबल घायल हो गए। हॉक फोर्स में शामिल देवेंद्र, छत्रपाल और उज्जवल नक्सली सर्चिंग पर निकले थे। उन्हें स्पेशल वाहन से बेहतर उपचार के लिए महाराष्ट्र के गोंदिया भेजा गया है।
(Udaipur Kiran) तोमर
