
जयपुर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं। नदी-नाले उफान पर हैं और कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ में रेड अलर्ट जारी किया है। चित्तौड़गढ़, राजसमंद, झालावाड़, सिरोही और जालोर में ऑरेंज अलर्ट और 11 जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा और सलूम्बर में एहतियातन स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की गई है।
भीलवाड़ा में शनिवार सुबह तक बारिश जारी रही। कई कॉलोनियों और घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। निचली बस्तियां और अंडरब्रिज पूरी तरह जलमग्न हो गए। भीलवाड़ा के मांडल क्षेत्र में तेज बरसात के कारण एक मकान ढह गया। उदयपुर और ब्यावर में भी सुबह से मूसलधार बारिश हुई। उदयपुर में एक स्कूल की बाउंड्री वॉल गिर गई, जबकि जयपुर में रातभर रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। जयपुर में शुक्रवार आधी रात को एक पुरानी हवेली धराशयी हो गई। हादसे में पिता-पुत्री की मौत हो गई। कोटा में आकाशीय बिजली गिरने से किसान अशोक मीणा (40) की मौत हो गई। वह खेत पर पत्नी के साथ चारा काट रहे थे। हादसे में अशोक की मौत मौके पर ही हो गई। परिवार के पास उनकी पांच बेटियां हैं और वही घर के इकलौते सहारा थे।
राजसमंद जिले के रिछेड़ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते नेशनल हाईवे-162 (राजसमंद-जोधपुर) का आधा हिस्सा बह गया। हाईवे को बंद कर यातायात को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट किया गया। वहीं केलवाड़ा कस्बे में पुराना पटवार भवन अचानक ढह गया, जिससे सड़क अवरुद्ध हो गई। आसपास के कई गांवों में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है।
टोंक जिले में बीसलपुर बांध के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार सुबह दो और गेट खोले गए। अब बांध के कुल आठ गेटों से प्रति सेकेंड 96,160 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। उदयपुर जिले के झाड़ोल क्षेत्र के ओगणा में वाकल नदी का पानी पुलिया के ऊपर से बह रहा है। यह स्थिति करीब 18 साल बाद देखने को मिली है। पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि वाकल नदी किनारे स्थित रामानाथ महादेव मंदिर तक पानी पहुंच गया और मंदिर की सीढ़ियां डूब गईं।
पाली जिले के सोजत उपखंड के गागुड़ा गांव में शुक्रवार शाम बड़ा हादसा टल गया। सात लोग, जिनमें चार महिलाएं, एक बच्चा और दो पुरुष शामिल थे, सुकड़ी नदी पार कर रहे थे। तेज बहाव में सभी बहने लगे, लेकिन स्थानीय युवकों ने साहस दिखाते हुए सभी को बचा लिया। संयोग से तीन लोग झाड़ियों में अटक गए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। ब्यावर जिले में भी बारिश से टॉडगढ़-देवगढ़ मार्ग का संपर्क टूट गया। बोरिया पुलिया पर पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर ने 6-7 सितंबर को दक्षिणी राजस्थान में अत्यंत भारी बारिश अलर्ट जारी किया है। केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार वेल मार्क लो प्रेशर आज द-पू राज के ऊपर अवस्थित है। इसके धीरे-धीरे द-प राज व आसपास गुजरात क्षेत्र की और आगे बढ़ने तथा आगामी 24 घंटो में तीव्र होकर अवदाब (Depression) में परिवर्तित होने की प्रबल संभावना है। उपरोक्त के प्रभाव से 6-7 सितंबर के दौरान उदयपुर व जोधपुर संभाग के कुछ भागों में भारी से अतिभारी बारिश व कहीं-कहीं अत्यंत भारी (>204mm) बारिश होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान अजमेर, बीकानेर, कोटा, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से कहीं-कहीं तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है। वहीं 8-9 सितंबर को जोधपुर संभाग व आसपास के जिलों में कहीं भारी, अतिभारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। जोधपुर संभाग को छोड़कर शेष अधिकांश भागों में भारी बारिश की गतिविधियों में 8 सितंबर से गिरावट होने की प्रबल संभावना है।
पिछले 24 घंटो में राज्य के भीलवाड़ा व अजमेर जिलों में अतिभारी बारिश, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़, राजसमंद, डूंगरपुर, अलवर, पाली व चित्ताैड़गढ़ जिलों में भारी बारिश तथा राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। सर्वाधिक बारिश बनेड़ा (भीलवाड़ा) 156 मिमी. दर्ज की गई। इसके अलावा झालावाड़ के झालरापाटन में 78 मिमी, झालावाड़ शहर में 34, खानपुर में 26, अलवर के बानसूर में 57, करौली के श्रीमहावीरजी में 36 और झुंझुनूं के नवलगढ़ में 35 मिमी बरसात हुई। जयपुर के फुलेरा में 25, धौलपुर के राजाखेड़ा में 23, भरतपुर के भुसावर में 38 और उदयपुर के नयागांव में 25 मिमी बारिश दर्ज हुई।
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(Udaipur Kiran)
