RAJASTHAN

राजस्थान में बारिश का कहर: कई जिलों में जलभराव, चूरू में हादसे में बुजुर्ग की मौत

Rain Jaipur

जयपुर, 23 जून (Udaipur Kiran) । राजस्थान के अधिकांश जिलों में मानसून सक्रिय हो गया है और कई क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। सोमवार को राज्य के कई इलाकों में एक से सात इंच तक बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर डेढ़ से तीन फीट तक पानी भर गया, जिससे लोगों की आवाजाही में कठिनाई हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 23 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

बारिश के कारण कई हादसे भी सामने आए। चूरू जिले के सरदारशहर में तेज बारिश के दौरान एक पुरानी हवेली का छज्जा गिर गया, जिससे उदासर बीदावतान निवासी 60 वर्षीय निराणाराम पूनिया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त कई लोग वहां से गुजर रहे थे जो मलबे की चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों ने तत्परता से राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

राज्य में बीते 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा बारां जिले के मांगरोल में दर्ज की गई, जहां 180 मिमी (करीब 7 इंच) बारिश हुई। भारी बारिश के कारण क्षेत्र में नदी-नालों में उफान आ गया और कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए। शाहबाद में 166 मिमी, किशनगंज में 113 मिमी और बारां शहर में 94 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

चूरू के सरदारशहर में सुबह 9 से 11 बजे तक हुई झमाझम बारिश से मुख्य बाजार और घंटाघर सड़क जलमग्न हो गई। दुकानों के भीतर और बाहर पानी भर गया, जिससे व्यापार पूरी तरह ठप हो गया। कई दुकानदारों को मजबूरन दुकानें बंद करनी पड़ीं। जलभराव के पीछे नालियों की सफाई नहीं होना मुख्य कारण बताया गया।

राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह से लेकर देर शाम तक रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रहा। शहर के जेएलएन मार्ग, टोंक रोड और सांगानेर क्षेत्र में तेज बारिश के कारण जलभराव की स्थिति बन गई। जेएलएन मार्ग पर 50 मिमी, सांगानेर में 37 मिमी और कलेक्ट्रेट क्षेत्र में 22 मिमी बारिश दर्ज की गई। टोंक रोड पर महाराजा कॉलेज से मुख्य सचिव के बंगले तक सड़क पर जबरदस्त पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।

अलवर जिले में सुबह से रुक-रुककर बारिश होती रही। दोपहर तीन बजे तेज बारिश के चलते भवानी तोप क्षेत्र में दो से तीन फीट तक पानी भर गया। दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी क्षेत्र में भी झमाझम बारिश से मुख्य सड़क पर जलभराव हो गया, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर तक पहुंचने में कठिनाई हुई।

कोटा जिले में भी सुबह से ही विभिन्न क्षेत्रों में रुक-रुककर बारिश होती रही। मौसम विभाग ने जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अंधड़ और आकाशीय बिजली की चेतावनी दी है। जिले में इस माह औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

हनुमानगढ़ जिले में सोमवार दोपहर को आधे घंटे तक जोरदार बारिश हुई, जिससे टिब्बी, पीलीबंगा, रावतसर, नोहर और भादरा क्षेत्र की सड़कों पर जलभराव हो गया। कई कॉलोनियों के घरों में पानी घुस गया। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। नगर परिषद की ओर से पंप लगाकर कुछ स्थानों से पानी निकाला गया।

राजस्थान के पश्चिमी जिलों में सोमवार को दिनभर गर्मी रही, हालांकि शाम को मौसम बदला और बारिश शुरू हो गई। जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और फलोदी में तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। श्रीगंगानगर में सबसे अधिक तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि जैसलमेर में 41.7 और बीकानेर-बाड़मेर में 38.9 डिग्री सेल्सियस रहा। शाम को इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे मौसम में ठंडक घुल गई।

तेज बारिश के कारण प्रदेश के कई बांधों का जलस्तर भी बढ़ा है। बूंदी के गुढ़ा डैम, जयपुर के छापरवाड़ा, भीलवाड़ा के मेजा डैम और दौसा के मोरेल डैम सहित अन्य छोटे बांधों में जल संग्रहण स्तर में बढ़ोतरी देखी गई है। 1 जून से अब तक राजस्थान में सामान्य से 133 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

मौसम विज्ञान केन्द्र, जयपुर के अनुसार उत्तर प्रदेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसका असर राजस्थान के मौसम पर भी दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से सोमवार को पूर्वी राजस्थान के कई भागों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जबकि कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभागों में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई। 23 और 24 जून को पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में और तेज़ी आने की संभावना है। इस दौरान कोटा, भरतपुर और जयपुर संभागों के कुछ क्षेत्रों में भारी से अति भारी वर्षा होने के आसार हैं। विशेषकर 23 जून को जयपुर और भरतपुर संभाग के एक-दो स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा भी हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में 25 से 27 जून के दौरान आंधी और बारिश की गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं। वहीं, बंगाल की खाड़ी में अगले कुछ दिनों में बैक-टू-बैक मौसम प्रणालियाँ बनने की संभावना है, जिससे 27 जून के बाद पूर्वी राजस्थान में एक बार फिर से भारी बारिश की गतिविधियाँ तेज हो सकती हैं।

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(Udaipur Kiran)

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