
जयपुर, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर पश्चिम रेलवे पर 31 अक्टूबर तक स्वच्छता के लिए विशेष अभियान 5.0 चलाया जा रहा, जिसके अंतर्गत ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों, रेलवे कार्यालय आदि पर स्वच्छता बढ़ाने के साथ ही जनसाधारण से संबंधित लंबित मामलों मामलों के निपटान के लिए समय सीमा तय की गई है। नागरिक-केंद्रित पहल अमृत संवाद द्वारा आम जनता से रेलवे के कार्यों पर प्रतिक्रिया और सुझाव लिए जा रहे हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत, प्रमुख लक्ष्यों में स्क्रैप निपटान से राजस्व अर्जित करना, ई-कचरा प्रबंधन, स्थान का अधिकतम उपयोग, ई-फाइलों की समीक्षा और उनका निराकरण, तथा लंबित संदर्भों और जन शिकायतों का समय पर निपटान सुनिश्चित करना शामिल है। स्वच्छता अभियान चलाने के अलावा, अपशिष्ट से धन बनाने की पहल और प्रभावी ई-फाइल प्रबंधन पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत उत्तर पश्चिम रेलवे के मंडलों और कारखाने तथा अन्य संस्थाओं में स्वच्छता अभियान के लिए कार्यालय और स्थान चिन्हित किए गए हैं। साथ ही कार्यालयों में स्क्रैप की मात्रा का आंकलन तथा उससे प्राप्त होने वाले राजस्व की भी गणना की गई है। सभी मंडलों , कारखानों इत्यादि के लिए चलाए जाने वाले अभियानों के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
रेलवे विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत एक नई नागरिक-केंद्रित पहल शुरू कर रहा है। रेल चौपाल से प्रेरित यह पहल अब अमृत संवाद के रूप में आयोजित की जाएगी। अमृत संवाद के माध्यम से, अमृत भारत स्टेशनों पर नागरिकों के साथ सीधा संवाद किया जाएगा। चर्चाओं में शामिल होंगी ; अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पहले से किए गए सुधारों का आकलन और नागरिकों की प्रतिक्रिया,यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सुधार के अन्य क्षेत्रों की पहचान करना तथा भारतीय रेलवे की विकास यात्रा में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना।उपयोगकर्ताओं/यात्रियों को उनके कर्तव्य बोध के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें रखरखाव एवं स्वच्छता में भागीदार बनाना।
हाल ही में उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल के बीकानेर स्टेशन तथा जोधपुर मंडल के जैसलमेर स्टेशन पर अमृत संवाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यात्रियों और स्थानीय नागरिकों ने बड़े उत्साह के साथ विचार-विमर्श कर यात्री सुविधाओं को उत्कृष्ट बनाने वे लिए अधिकारियों को सुझाव प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी ने भारतीय रेल की विकास यात्रा को जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान किया।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
