
कन्नौज, 04 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), लखनऊ द्वारा उद्यमी संवाद का आयोजन कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) आशीष कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बीआईएस और उद्योग की नियमावली पर प्रकाश डालना और भविष्य में मानकों के उत्थान पर चर्चा करना। इस दौरान उद्योग जगत, सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
संवाद के दौरान अपर जिलाधिकारी आशीष कुमार सिंह ने जनपद के मुख्य उद्योगों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीआईएस द्वारा बनाए गए मानक हमारे उद्योग और उपभोक्ता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। मानक न केवल एक गुणवत्ता प्रमाण का एक परिचायक है अपितु यह हमारे जीवन को सुगम और सुरक्षित बनाने में भी योगदान देता है। कहा कि गुणवत्ता प्रमाणन हमारे उत्पाद की दक्षता एवं विशेषता को बढ़ता है साथ ही हमारे उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान और प्रमाणन देता है।
भारतीय मानक ब्यूरो के शाखा प्रमुख सुधीर बिश्नोई ने कहा कि, “बीआईएस, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एक वैधानिक निकाय है। यह उपभोक्ताओं और उद्योगों दोनों के हित में कार्य करता है। गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा देने के लिए बीआईएस उत्पाद प्रमाणन, प्रबंधन प्रणाली प्रमाणन, हॉलमार्किंग और प्रयोगशाला सेवाओं के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है।” उन्होंने बताया कि बीआईएस ने हाल के वर्षों में मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने में अपनी भूमिका को और अधिक सशक्त बनाया है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि बीआईएस सभी उद्यमियों को जागरूक करने के लिए जिला स्तर पर उद्यमी संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी के साथ परफ्यूम इंडस्ट्री के अंतर्गत मानकों के विषय में चर्चा किया गया।
संयुक्त निदेशक शरद श्रीवास्तव द्वारा परफ्यूम से संबंधित मानकों के टेक्निकल कमेटी के कार्य प्रणाली, बीआईएस लाइसेंस लेने के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया और लाइसेंस चेक करने के लिए बीआईएस केयर ऐप पर भी प्रकाश डाला साथ ही उत्पाद की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए बीआईएस के मानकों का पूरी तरह पालन करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग धनंजय सिंह ने कहा कि “डीआईसी एवं बीआईएस की भूमिका केवल प्रमाणन करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उद्योगों और उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उत्पाद तैयार करने में भी मदद करता है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने तय किया है। जिसने बीआईस एवं उपायुक्त कार्यालय कार्यालय जिला उद्योग एवं उद्यमिता विकास केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में उद्योग संवाद का आयोजन किया गया है। वह बीआईएस एवं डीआईसी के सम्मिलित जागरूकता अभियानों का समर्थन करते हैं।
इस मौके पर औद्योगिक सलाहकार डी0 के0 मिश्र ने मानकीकरण की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “बीआईएस और डीआईसी के मानकों का पालन मैन्युफैक्चरिंग में दक्षता बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है। हमारी उद्योग जगत में इन मानकों का सख्ती से पालन किया जाता है, जिससे उत्पादों की गुणवत्ता और प्रदर्शन को सुनिश्चित किया जा सके। कार्यक्रम का संचालन स्टैण्डर्ड प्रमोशन अधिकारी मोहित सिंह द्वारा किया गया।
(Udaipur Kiran) झा
