
गुवाहाटी, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने चालू वर्ष के सितंबर माह में ग्राहकों में विश्वास बढ़ाने और माल ढुलाई राजस्व में वृद्धि के उद्देश्य से कई सक्रिय पहल किए हैं। ये उपाय लॉजिस्टिक्स दक्षता को मजबूत करने, सुचारू माल ढुलाई सुनिश्चित करने और क्षेत्रीय कृषि एवं औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के विकास को सहयोग करने पर केंद्रित हैं।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि इन पहलों के तहत, लामडिंग मंडल के अंतर्गत नगालैंड में मॉलवॉम स्टेशन और मिज़ोरम में सायरंग स्टेशन को क्रमशः 02 सितंबर और 12 सितंबर से सभी आवक और जावक माल परिवहन के हैंडलिंग के लिए खोल दिया गया। इसके अतिरिक्त, सायरंग स्टेशन को 19 सितंबर से आवक और जावक ऑटोमोबाइल परिवहन के लिए भी खोल दिया गया है। इसके अलावा, रंगिया मंडल के अंतर्गत बाइहाटा स्टेशन को 26 सितंबर से आवक और जावक लौह एवं इस्पात की खेप के हैंडलिंग के लिए खोल दिया गया है। इस रणनीतिक कदम से क्षेत्र की बढ़ती लॉजिस्टिक्स मांगों को पूरा करने की उम्मीद है।
अपने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) पहल के तहत, पूसीरे ने सितंबर, 2025 के दौरान महत्वपूर्ण माल ढुलाई हासिल की। अलीपुरद्वार मंडल के न्यू कूचबिहार स्टेशन से लमडिंग मंडल के जिरानीया तक कुल 21 वैगन चावल लोड किए गए। कई नए स्थानों से लामडिंग मंडल के अधीन स्टोन चिप्स के कुल 1474 वैगन बुक किए गए- जिनमें शोखुवि से जिरानीया और लामडिंग तक 262 वैगन; शालचापरा से बइरबी तक 62 वैगन; डिटकछड़ा से जिरानीया, बेलोनिया और बिहाड़ा तक 588 वैगन; बिहाड़ा से जिरानीया और बेलोनिया तक 245 वैगन; पंचग्राम से उदयपुर, जिरानीया और बेलोनिया तक 147 वैगन और बइरबी से लालाबाजार और सायरंग तक 170 वैगन शामिल है।
पूसीरे अपनी माल ढुलाई सेवाओं और ग्राहक इंटरफेस को बेहतर बनाने पर अधिक जोर दे रहा है और साथ ही क्षेत्र के लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला के इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। निरंतर पहलों और प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों के माध्यम से, एनएफआर का लक्ष्य अपने ग्राहकों के लिए तेज़, सुरक्षित और अधिक कुशल परिवहन सुनिश्चित करना है।——————–
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
