
-पुरा छात्र सम्मेलन की रंगारंग शुरुआत, गुरुकुल ऋण पूरा करने का आवाहन
प्रयागराज, 27 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद (ट्रिपल आईटी) का वार्षिक वैश्विक पुरा छात्र सम्मेलन शनिवार को संस्थान के मुख्य सभागार में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ शुरू हुआ। ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावने ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे हमेशा ट्रिपल आईटी परिवार का अभिन्न अंग रहेंगे। उन्होंने मातृ ऋण और गुरुकुल ऋण की तुलना करते हुए पूर्व छात्रों और संस्थान के बीच आजीवन सम्बंध को रेखांकित किया। उन्होंने इस मिलन को दीपावली जैसे उत्सव की संज्ञा दी। कहा कि यह घर वापसी कार्यक्रम पुरा छात्रों को उनके छात्र जीवन की यादों से जोड़ता है और संस्थान के साथ उनके रिश्तों को और सुदृढ़ बनाता है।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि संस्थान पिछले 26वें वर्ष से निरंतर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है। संस्थान ने रिकॉर्ड स्तर की प्लेसमेंट उपलब्धियां हासिल की हैं। साथ ही, न्यू जेन आईईडीसी (उद्यमिता प्रकोष्ठ) के माध्यम से नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। अगले कुछ वर्षो में नए महिला और पुरुष छात्रावासों का निर्माण किया जायेगा। एम टेक और एमबीए कोर्स में व्यापक स्तर पर परिवर्तन करके इसे और सामयिक बनाया जायेगा।
पुरा छात्रों को संस्थान के ब्रांड एंबेसडर, आंतरिक हितधारकों और इक्विटी धारकों के रूप में मान्यता दी गई है। इस आयोजन को रिश्तों में एक निवेश के रूप में देखा जा रहा है, जिसने पुरा छात्रों और ट्रिपल आईटी इलाहाबाद के बीच अटूट बंधन को और मजबूत किया।
पुरा छात्र मामलों के डीन, प्रो. अनुपम अग्रवाल ने सम्मानित अतिथियों और पूर्व छात्रों का परिचय कराया और ट्रिपल आईटी की यात्रा और शुरुआती चुनौतियों के बावजूद अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। पुरा छात्र मिलन समारोह चुनौतियों के बावजूद हर साल निर्बाध रूप से जारी रहा, जिससे संस्थान की वैश्विक पहुंच का और विस्तार हुआ और साथ ही अपने सर्वोत्तम प्रयासों से इस आयोजन में निरंतर सुधार हुआ।
बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष प्रो. भीम सिंह ने सभी पूर्व छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों के साथ उनके पुनः जुड़ाव और संस्थान की प्रगति के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने संस्थान की यात्रा पर प्रकाश डाला और इसकी सफलता का श्रेय पूर्व छात्रों को दिया। उन्होंने आगे कहा कि अनुभवी संकाय, सुंदर परिसर और एक महान संस्थान के रूप में इसकी स्थिति के समर्थन से संस्थान का ब्रांड निरंतर मजबूत हो रहा है।
आईआईटी कानपुर के प्रो. राम कुमार ने अपने अनुभव साझा किए और टीम निर्माण, स्वीकृति और संबंध निर्माण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पुरा छात्रों को सलाह दी कि स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, वित्तीय स्थिरता प्राप्त करें, चुस्ती फुर्ती बनाए रखें और एक खुशहाल जीवन जिएं, साथ ही भावनात्मक कल्याण और सहयोगी मित्रता के महत्व पर भी ज़ोर दें।
एमएनएनआईटी के प्रो. एमएम गोरे ने पुरानी यादें साझा कीं और कम्प्यूटर विज्ञान और सूचना के अलावा विभिन्न संसाधनों से जुड़े रहने के महत्व पर ज़ोर दिया। यूडिया के सह-संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) आशीष अग्रवाल और माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर के उत्पाद प्रबंधन के पार्टनर निदेशक रोचक मित्तल, दोनों पुरा छात्रो को एआई और क्लाउड सेवाओं में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
संस्थान के पीआरओ डॉ. पंकज मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर एक छात्र प्रदर्शनी भी लगायी गयी। जिसमें शीर्ष तीन विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। उद्घाटन के पश्चात पुरा छात्रो ने अपने परिवार के साथ संस्थान के विभिन्न विभागों का दौरा करके वहां चल रही गतिविधियों को परखा। सभी ने सामूहिक फोटोग्राफ में शामिल हो कर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें आकाश दुबे बैंड ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
