कोकराझाड़ (असम), 23 जून (Udaipur Kiran) । तापविद्युत निर्माण परियोजना के लिए अडानी ग्रुप को ज़मीन दिए जाने के विरोध में पर्वतझोरा इलाका एक बार फिर गरमा गया है। गराइमारी क्षेत्र के कई गांवों के ग्रामीणों ने सोमवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह स्पष्ट कर दिया था कि जनजातीय भूमि अडानी को देने का कोई सवाल ही नहीं उठाता है।
उन्होंने कहा कि बोड़ोलैंड क्षेत्र में बड़े कल कारखाने लगाने के उद्देश्य से सरकार ने यह फैसला लिया था। लेकिन यदि लोगों का विरोध है तो सरकार इस यूनिट को ग्वालपाड़ा या धुबड़ी में ले जाने के वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस इलाके में सिर्फ 80 लोगों के पास 4000 बीघा से अधिक भूमि है।
उल्लेखनीय है कि पहले बांसबाड़ी के पागलीझोरा में अडानी समूह को 3000 बीघा ज़मीन आवंटित की गई थी, जिस पर स्थानीय लोगों ने तीव्र विरोध किया था। इसके बाद वन विभाग ने पानिजानी क्षेत्र में ज़मीन दिखाने की कोशिश की, तब भी जनता ने कड़ा विरोध जताया।
अब एक बार फिर जब वन विभाग ने गराइमारी क्षेत्र में ज़मीन चिह्नित कर ग्रामीणों को कार्यालय बुलाया, तो स्थानीय लोगों ने एकजुट होकर तीव्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे किसी भी हालत में अडानी समूह को अपनी ज़मीन नहीं देने देंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
