Jammu & Kashmir

सेंट जोसेफ नर्सिंग पाठ्यक्रमों की मान्यता वापस लेने पर बारामूला में छात्रों का विरोध प्रदर्शन

बारामूला, 18 सितंबर हि.स.। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित सेंट जोसेफ नर्सिंग संस्थान के छात्रों ने गुरुवार सुबह भारतीय नर्सिंग परिषद (आईएनसी) द्वारा संस्थान के नर्सिंग कार्यक्रमों की राष्ट्रीय मान्यता वापस लेने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस कदम से सैकड़ों छात्रों में चिंता पैदा हो गई है जिनकी डिग्रियाँ अब जम्मू-कश्मीर के बाहर अमान्य होने का खतरा है।

हाथों में तख्तियाँ लिए और नारे लगाते हुए आंदोलनकारी छात्रों ने व्यस्त बारामूला-श्रीनगर राजमार्ग पर लगभग आधे घंटे तक यातायात बाधित रखा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप करने और मान्यता बहाल करने की अपील की और चेतावनी दी कि उनका शैक्षणिक भविष्य खतरे में है।

आईएनसी ने हाल ही में एक आदेश में कहा है कि भारतीय नर्सिंग परिषद अधिनियम 1947 की धारा 14 के तहत किए गए निरीक्षण के दौरान पाई गई गंभीर कमियों के कारण सेंट जोसेफ के पाठ्यक्रमों की मान्यता वापस ली जा रही है। निर्देश के अनुसार मार्च 2025 के बाद संस्थान से प्राप्त डिग्रियाँ केवल जम्मू-कश्मीर में ही मान्य होंगी। स्नातकों को नोऐआरइसीटी,सीआरी इएसएसी और आरआरबी जैसी राष्ट्रीय स्तर की भर्ती परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इस फैसले से व्यथित छात्रों ने अधिकारियों और मीडिया के सामने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि अएन्सी ने हमारे कॉलेज की मान्यता वापस ले ली है। अब हम जम्मू-कश्मीर के बाहर नौकरियों के लिए आवेदन नहीं कर सकते और न ही राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में बैठ सकते हैं। एक अन्य ने कहा कि हमें बोपीइइ के ज़रिए यहाँ दाखिला मिला था और आज ही हमें पता चला कि हमारा कॉलेज अएन्सी से मान्यता प्राप्त नहीं है। हम प्रशासन से हमारी माँगें पूरी करने की अपील करते हैं ताकि हमारा भविष्य बर्बाद न हो।

छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर पूरी प्रक्रिया के दौरान चुप रहने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अएन्सी द्वारा उजागर की गई कमियों के बारे में सूचित नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि संस्थान का प्रबंधन बार-बार चेतावनी देने के बावजूद सुधारात्मक कदम उठाने में विफल रहा जिससे उनका करियर खतरे में पड़ गया।

जैसे ही विरोध प्रदर्शन तेज़ हुआ पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुँच गए ताकि स्थिति बिगड़ने से रोका जा सके। बारामुल्ला के एसएचओ सैयद ओवैस गिलानी और तहसीलदार इनाम-उल-हक ने तनाव कम करने के लिए छात्रों से बातचीत की। कॉलेज की प्रिंसिपल सिस्टर वनिशा भी कक्षा परिसर में हुई बातचीत में शामिल हुईं।

अधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं को उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा। एक अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि आपके शैक्षणिक भविष्य की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता

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