RAJASTHAN

चार श्रम संहिताओं के विरोध में दवा प्रतिनिधियों का धरना, केंद्रीय श्रम आयुक्त को ज्ञापन

चार श्रम संहिताओं के विरोध में दवा प्रतिनिधियों का धरना, केंद्रीय श्रम आयुक्त को ज्ञापन

जयपुर, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । दवा प्रतिनिधियों के राष्ट्रीय संगठन फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्ज़ एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएमएसआरएआई) के आह्वान पर सोमवार को जयपुर जिले के दवा प्रतिनिधियों ने केंद्रीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष चार श्रम संहिताओं के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। यह धरना सुबह 11 बजे से आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में दवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

राजस्थान मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्ज़ यूनियन (जयपुर) के जिला सचिव कॉमरेड टिंकू यादव ने बताया कि दवा उद्योग में कार्यरत दवा प्रतिनिधियों के लिए समान और वैधानिक सेवा शर्तें लागू करने की मांग लंबे समय से केंद्र सरकार के पास लंबित है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे दवा प्रतिनिधियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि संगठन की मांग है कि अविलंब त्रिपक्षीय समिति की बैठक बुलाकर दवा प्रतिनिधियों के लिए समान और वैधानिक सेवा शर्तें लागू की जाएं। इसके साथ ही राजस्थान में केंद्र सरकार द्वारा लाई गई चार श्रम संहिताओं को लागू नहीं किए जाने, सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को अधिक प्रभावी बनाने, सरकारी अस्पतालों एवं संस्थाओं में दवा प्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध हटाने तथा औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2 (s) में संशोधन कर सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों को “वर्कमैन” का दर्जा दिए जाने की मांग भी प्रमुख रूप से उठाई गई।

धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने चार श्रम संहिताओं की प्रतियां जलाकर विरोध दर्ज कराया और इसके बाद प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन केंद्रीय श्रम आयुक्त को सौंपा गया। संगठन की ओर से यह ज्ञापन ई-मेल के माध्यम से भी प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा गया है।

आंदोलन के तहत दवा प्रतिनिधियों ने 24 से 26 नवंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य करने का निर्णय भी लिया है। साथ ही मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी गई है। प्रदर्शन में 100 से अधिक दवा प्रतिनिधि शामिल हुए।

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(Udaipur Kiran) / राजीव