जम्मू, 25 जून (Udaipur Kiran) । नेशनल सेक्युलर फोरम, विश्वविद्यालय इकाई द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और देश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी की जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अंकुश अबरोल, प्रांतीय संयुक्त सचिव जेकेएनसी व पूर्व सदस्य बीसीसीआई उपस्थित रहे, जबकि डॉ. विकास शर्मा, समन्वयक जम्मू जिला एवं जोनल सचिव जेकेएनसी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता टी.आर. शर्मा (सेवानिवृत्त केएएस) ने की।
मुख्य अतिथि अंकुश अबरोल ने सुचेता कृपलानी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रहीं और 1944 में अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर एक वर्ष तक जेल में रहीं। उन्होंने एनएसएफ के प्रयासों की सराहना करते हुए युवाओं से समाज में व्याप्त बुराइयों को मिटाने की अपील की। डॉ. विकास शर्मा ने कहा कि सुचेता कृपलानी ने 2 अक्तूबर 1963 से 13 मार्च 1967 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी और वह भारतीय संविधान सभा की 15 महिला सदस्यों में से एक थीं। उन्होंने संविधान सभा को पहला राष्ट्रीय ध्वज सौंपने वाले पैनल में भी योगदान दिया।
टी.आर. शर्मा ने युवाओं से आग्रह किया कि वे आत्मकेंद्रित सोच को छोड़कर राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें। उन्होंने सुचेता कृपलानी के साहस और नेतृत्व को आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
