Uttar Pradesh

सर्दी के माैसम में ह्रदय, मधुमेह और रक्तचाप के मरीजों की बढ़ी परेशानी : डॉ. शैलेन्द्र तिवारी

पर्चा बनवाने की लाइनों में लगे मरीजों का छायाचित्र

कानपुर, 26 नवम्बर (Udaipur Kiran) । तेज शीतलहर ने कानपुर शहरवासियों के साथ–साथ खासकर ह्रदय, मधुमेह और रक्तचाप के मरीजों की चिंता बढ़ा दी है। ठंड के मौसम में हृदय और स्वांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं, जिससे कभी-कभी यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। ऐसे में लोगों को खुद का ध्यान रखे साथ ही किसी भी तरह से लक्षण होने पर तुरंत ही चिकित्सक से संपर्क करें। यह बातें बुधवार को जिला अस्पताल उर्सला के नोडल अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र तिवारी ने कही।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में ठंड का सितम बढ़ता जा ही रहा है। सुबह शाम चलने वाली शीतलहर और बढ़ते प्रदूषण की वजह से आमतौर पर यह खतरा अक्सर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और पहले से ह्रदय रोगी और स्वांस के मरीजों की तकलीफों को कई गुना बढ़ा देता है। आमतौर पर सर्दी आते ही वातावरण में धुंध के साथ-साथ प्रदूषण भी काफी मात्रा में बढ़ जाता है, जिससे श्वास लेने में काफी समस्याएं होने लगती है। इसके अलावा अत्याधिक ठंड लगने से भी शरीर रक्तचाप भी बढ़ने लगता है, जिस वजह से शरीर में खून का थक्का जमने लगता है। इसकी वजह से दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि ठंड एक ऐसी बीमारी है, जो एकदम से नहीं बल्कि शरीर मे धीरे-धीरे एकत्रित होकर अपना असर दिखाती है।

ऐसे में इन समस्याओं से बचने के लिए सर्वप्रथम सुबह की सैर पर जाने वाले लोग इस समय परहेज करें। क्योंकि सुबह के धुंध और कड़ाके की ठंड अधिक रहती है। हल्का व्यायाम, गर्म कपड़े और शरीर को गर्म रखने वाले उपाय बेहद जरूरी हैं। एक बात और इस मौसम में लोग पानी का भी बहुत कम सेवन करते हैं। ऐसे में रोजाना करीब दो लीटर गर्म पानी पीने की आवश्यकता है। इसके अलावा शरीर में किसी भी तरह का बदलाव या तबियत नासाज की दशा में तुरन्त ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप