
भोपाल, 07 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा आयुक्त प्रबल सिपाहा ने सभी शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को महाविद्यालयों के रखरखाव पर विशेष् ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को मंत्रालय स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित वर्चुअल विभागीय समीक्षा बैठक में सभी शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, ओएसडी एवं सभी शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य शामिल हुए।
बैठक में आयुक्त सिपाहा ने निर्देश दिए कि सभी महाविद्यालयों की इमारतों की मरम्मत, मेंटेनेंस, दीवारों के पेंट एवं पलास्टर पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। बैठक में अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि महाविद्यालयों के मरम्मत के लिए विभाग के पास पर्याप्त बजट की व्यवस्था है। महाविद्यालय अपनी जरुरत के हिसाब से अपना प्रस्ताव विभाग के भेज सकते हैं। महाविद्यालय बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाओं के लिए भी बजट का प्रस्ताव भेज सकते हैं। निर्देश दिए गए कि सभी शासकीय महाविद्यालयों की इमारतों के रखरखाव और आवश्यक सुविधाओं यथा शौचालयों , पीने के पानी और बिजली व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए जिससे यहां आने वाले विद्यार्थियों को सकारात्मक वातावरण प्रदान किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि शैक्षणिक स्टॉफ के बाद अब लाइब्रेरियन ,ओएसडी एवं विभाग में प्रशासकीय जिम्मेदारी देखने वाले प्राध्यापकों के लिए ऑनलाइन सीआर का फार्मेट जारी कर दिया जाएगा। अगले वर्ष से अराजपत्रित कर्मचारियों की सीआर भी ऑनलाइन भरी जाने की व्यवस्था की जा रही है। महाविद्यालयों में अध्ययनरत पीजी एवं यूजी के फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान करने के लिए वृहद स्तर पर रोजगार मेला आयोजित किया जाना है। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को इंटर्नशिप की सुविधा प्रदान करने लिए विभिन्न संस्थाओं के साथ एमओयू किए जा रहे हैं। बैठक में निर्देश दिए गए कि विद्यार्थियों के हित में संचालित समस्त स्कॉलरशिप यथा गांव की बेटी, प्रतिभा किरण, मेधावी छात्रवृति एवं आवास भत्ता के आवेदनों की सूंपूर्ण प्रक्रिया 15 दिसम्बर के पूर्व पूर्ण कर ली जाए। इस अवसर पर सीएम हेल्प लाइन, प्रवेश, अतिथि विद्यान पोर्टल एवं अकादमी शाखा से संबंधित जानकारी भी दी गई।
(Udaipur Kiran) तोमर