देहरादून, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र व राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकारों पर उत्तराखंड में आपदा के मामले में बचाव अभियान काे लेकर घोर उपेक्षा का आराेप लगाया है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से राज्य में आपदाओं के कारण हुई जन हानि व धन हानि पर तत्काल श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
रविवार काे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि जून महीने से ही उत्तराखंड में आपदाओं का दौर शुरू हो गया था और कांग्रेस ने तभी राज्य सरकार को चेता दिया था, कि बड़ी आपदाओं के लिए राज्य की सरकार तैयार रहे।
उन्हाेंने कहा कि प्रदेश के आपदा प्रबंधन तंत्र को चुस्त दुरुस्त करते हुए अलर्ट मोड पर रहने की हिदायत दी गई, किन्तु जुलाई अगस्त आते आते पूरे राज्य को आपदाओं ने घेर लिया और यमुनोत्री केदारनाथ धामों में चट्टानें और बोल्डर गिरने से व बद्रीनाथ धाम में अलकनंदा में यात्री गाड़ी गिरने से लोगों की मौत हुई।
उन्हाेंने कहा कि केदारनाथ में पांच हेली दुर्घटनाओं में भी कई लोगों की माैत हुई किंतु राज्य सरकार का आपदा प्रबंधन तंत्र पंगु बना रहा। धस्माना ने कहा कि पांच अगस्त को उत्तरकाशी के धराली व हर्षिल में जो भयंकर आपदा आई, उसने वर्ष २०१३ के जख्म हरे कर दिए और बड़ी जन हानि हुई और पूरा धराली तबाह हो गया। उन्होंने कहा कि पौड़ी के अनेक क्षेत्रों में बदल फटने की घटनाओं में कई लोगों की मौत हुई और बड़े पैमाने पर लोगों के घर बार दुकानें खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि चमोली के थराली देवाल और रुद्रप्रयाग जिले के अनेक क्षेत्रों में बादल फटने व भूस्खलन से व्यापक तबाही हुई व लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि शनिवार को उत्तरकाशी जिले के नौगांव में बदल फटने की घटना से व्यापक तबाही हुई। धस्माना ने कहा कि कुमायूं के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में व अल्मोड़ा तथा नैनीताल में भी अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ।
वोट के लिए किया बदरी-केदार का इस्तेमाल
धस्माना ने कहा कि देश के किसी भी कोने में चुनाव होता है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान केदारनाथजी के मंदिर आकर उसका दुनियाभर में प्रचार करवाते हैं। जिससे हिन्दू वोट भाजपा के पक्ष में लामबंद हो जाए किंतु आज जब केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धामों पर और वहां रहने वाले लोगों पर संकट आया हुआ है तब मोदी को उत्तराखंड, बाबा केदार और मां गंगा की याद नहीं आ रही।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
