Madhya Pradesh

पं. दीनदयाल के अंत्योदय के विचार को साकार कर रहे प्रधानमंत्री-  हेमंत खण्डेलवाल

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने संगोष्ठी को किया संबोधित

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने संगोष्ठी को किया संबोधित

भोपाल, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती, आत्मनिर्भर भारत तथा स्वदेशी अभियान पर केंद्रित जिला स्तरीय संगोष्ठी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल ने ऐसे समय में अंत्योदय का विचार दिया, जब देश में कांग्रेस की विचारधारा फैली थी। उनके इस विचार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साकार कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता कुछ भी खरीदने से पहले एक मिनट सोचें कि जो खरीद रहे हैं, वह स्वदेशी है या विदेशी। स्वदेशी वस्तुएं खरीदकर पं. दीनदयाल के आदर्शों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करें। संगोष्ठी को जिलाध्यक्ष रवींद्र यति ने भी संबोधित किया।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे और उन्होंने बहुत सादगी के साथ अपना जीवन जीया। उन्होंने चुनाव हारना स्वीकार किया, लेकिन चुनाव में जाति का उपयोग करना स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि पं. उपाध्याय जी 52 वर्ष जीवित रहे और इतने कम समय में राष्ट्र और समाज को एक विचारधारा दे पाना अत्यंत कठिन होता है। ऐसे पहले व्यक्ति शंकराचार्य हुए, दूसरे व्यक्ति स्वामी विवेकानंद रहे और तीसरे व्यक्ति पं. दीनदयाल उपाध्याय थे। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का विचार दिया। वो मानते थे कि व्यक्ति और समाज अलग नहीं, बल्कि जीवन के ही दो रूप हैं।

भाजपा सरकारों ने किया गरीब कल्याण का काम

हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में गरीब कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया। देश की 80 प्रतिशत गरीब आबादी की झोपड़ियों से पानी टपकता ही रहा। उनके बारे में कुछ नहीं सोचा गया। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटलजी की सरकार ने गांव-गांव को पक्की सड़कों से जोड़ा। गरीबों को पक्की छत, बिजली, पानी, अनाज जैसी मूलभूत चीजें उपलब्ध कराने तथा उनके जीवनस्तर को उठाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। पं. दीनदयाल की आर्थिक दृष्टि के अनुसार हर व्यक्ति को मिनिमम जीवनस्तर की गारंटी होनी चाहिए। उसे घर, भोजन, रोजगार जैसी चीजें उपलब्ध होनी चाहिए। उनके विचारों पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की आबादी के बराबर भारतीयों को पक्के मकान उपलब्ध कराए हैं। सरकार की कल्याणकारी योजनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें, यह प्रधानमंत्री मोदी का प्रयास है। ऐसे ही प्रयासों के फलस्वरूप देश के लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आने में सफल रहे हैं।

पं. उपाध्याय ने दिया स्वदेशी और विकेंद्रीकरण का विचार

हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि भारत की संस्कृति उसकी आत्मा में बसती है। वो कहते थे कि राष्ट्र, उसकी परंपरा और संस्कृति एकसाथ चलनी चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का विचार दिया, जिसे कांग्रेस की सरकारों ने कमजोर किया। ऐसी वस्तुएं जिन्हें बनाने में देश के मजदूर का पसीना हो, जिससे देश को टैक्स मिलता हो और जिसके उत्पादन से देश का विकास हो, वही स्वदेशी है। वो कहते थे उद्योगों की दिशा व्यवहारिकता के आधार पर तय हो। यह आवश्यकता के अनुसार तय किया जाए कि कोई उद्योग प्राइवेट होगा, सरकारी होगा या सहकारी होगा। कांग्रेस की सरकारों ने जिन उद्योगों को सरकारी किया, उनका रिटर्न काफी कम रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तीनों क्षेत्रों को एकसाथ लेकर चल रही है। पं. उपाध्याय ने स्वदेशी और विकेंद्रीकरण के विचार दिये। वो कहते थे कि गांवों में शिक्षा और स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि शहरों की तरफ पलायन न हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस बात की भी चिंता कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने कामों और निर्णयों से स्वदेशी की विचारधारा का मजाक उड़ाती रही है, लेकिन हमें उसे सम्मान का प्रतीक बनाना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सादा जीवन, गहन चिंतन, भारतीय संस्कृति की चिंता और विकेंद्रीकरण जैसे पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के मूल्यों को अपने जीवन में उतारें, ताकि राष्ट्र को बुलंदियों पर पहुंचाया जा सके।

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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे

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