
अयोध्या, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय, कुमारगंज में पुरातन छात्र संगठन की साधारण सभा की बैठक ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में सकुशल संपन्न हुई। यह बैठक विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित की गई, जिसमें संगठन के भविष्य के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विशेष रूप से विश्वविद्यालय के 50वें स्थापना दिवस (गोल्डन जुबली) के अवसर पर आयोजित होने वाले पुरातन छात्र सम्मेलन और सेमिनार की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में डॉ. राजाराम यादव और डॉ. अनिल कुमार सिंह ने सुझाव दिया कि अयोध्या की पवित्र भूमि होने के कारण संगठन को एक गेस्ट हाउस या होटल के निर्माण पर विचार करना चाहिए। इस सुविधा से पुरातन छात्रों और उनके परिवारों को अयोध्या आने पर ठहरने और भोजन की व्यवस्था में आसानी होगी। इस प्रस्ताव को सभी उपस्थित सदस्यों ने ध्वनिमत से पारित किया, जिससे संगठन इस दिशा में ठोस कदम उठाने की योजना बनाएगा। यह कदम संगठन की सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों को और मजबूत करेगा।
संगठन के महासचिव डॉ. आलोक सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने 50वें स्थापना दिवस को भव्य रूप से मनाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत 6 और 7 अक्टूबर को पुरातन छात्र सम्मेलन के साथ-साथ एक सेमिनार का आयोजन प्रस्तावित है। इस आयोजन की पूरी योजना को सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी ने ध्वनिमत से स्वीकार किया। कोषाध्यक्ष डॉ. एन. खान ने संगठन के वित्तीय ढांचे और आयोजन के लिए बजट की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसे सदस्यों ने सराहा और अपनी सहमति प्रदान की।
गोल्डन जुबली समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए एक कोर समिति का गठन किया गया। संगठन के सदस्यों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। सभी उपस्थित सदस्यों ने इस समारोह को यादगार बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और इसे विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक बनाने का संकल्प लिया।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे पुरातन छात्र संगठन के अध्यक्ष अंबरीष सिंह ने अपने उद्बोधन में सभी से अधिक से अधिक संख्या में संगठन से जुड़ने और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा, एक संगठित परिवार समाज का आईना होता है। संगठन की एकजुटता ही इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। सिंह ने पुरातन छात्रों से संगठन को और सशक्त बनाने के लिए हर संभव सहयोग देने की अपील की। संगठन के वरिष्ठ सदस्यों डॉ. आनंद सिंह (लखनऊ), डॉ. अरविंद सिंह (अयोध्या), डॉ. संजय पाठक (अयोध्या), और प्रो. भगवानदीन ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने संगठन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए इसे और अधिक सक्रिय और प्रभावी बनाने पर जोर दिया।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. डी.के. सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और आगामी पुरातन छात्र सम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम का संचालन प्रो. सीताराम मिश्रा ने कुशलतापूर्वक किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सत्यव्रत सिंह ने दिया। बैठक में प्रसून निगम, डॉ. राम अवध राम, डॉ. राजाराम यादव, डॉ. अनिल कुमार सिंह, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय (लखीमपुर), विवेकानंद सिंह, डॉ. निखिल सिंह, डॉ. फूल कुमारी, डॉ. विभा यादव, डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. संजीत कुमार, डॉ. समीर कुमार सिंह, डॉ. कमल, डॉ. रोबिन कुमार, डॉ. प्रियंका जयसवाल, डॉ. चारू प्रिया सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
