Uttar Pradesh

छठ पूजा पर नहाय-खाए से पारण तक के पारम्परिक रीति-रिवाज की तैयारी जोरों पर

पुलिस टीम पूजा स्थल का निरीक्षण करती हुई
छठ पूजा की तैयारी

सुलतानपुर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जिला सुलतानपुर मे छठ पूजा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। नगर के सीता कुण्ड धाम पर लोग तैयारी करने में लगे हुए हैं। स्वर्णकार समाज ने श्रद्धालुओं से छठ महापर्व को पारम्परिक रीति-रिवाजों के अनुसार ही मनाने का आग्रह किया है, ताकि इसकी प्राचीन गरिमा बनी रहे। इस बार यह पर्व 25 से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।

छठ पूजा का पहला दिन ‘नहाय-खाय’ होता है, जो इस बार 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन व्रती स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं और सात्विक भोजन ग्रहण कर व्रत की शुरुआत करते हैं।

पर्व का दूसरा दिन ‘खरना’ 26 अक्टूबर, रविवार को पड़ेगा। इस दिन सूर्योदय सुबह 6 बजकर 07 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 5 बजकर 24 मिनट पर होगा। खरना के दिन व्रती निर्जला व्रत रखते हैं और शाम को सूर्यास्त के बाद गुड़-चावल की खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी के साथ 36 घंटे के निर्जला व्रत का संकल्प लिया जाता है।

छठ पूजा का मुख्य दिन ‘संध्या अर्घ्य’ 27 अक्टूबर, सोमवार को है। इस दिन व्रती नदी या तालाब के घाटों पर एकत्रित होते हैं। शाम को सूर्यास्त के समय (लगभग 5 बजकर 24 मिनट) डूबते सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दौरान बांस की टोकरी में ठेकुआ, फल, नारियल, गन्ना और अन्य पारंपरिक प्रसाद सजाए जाते हैं। सूर्योदय इस दिन लगभग 6 बजकर 07 मिनट पर होगा।

छठ पूजा का अंतिम दिन ‘उषा अर्घ्य और पारण’ 28 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन व्रती सूर्योदय से पहले घाट पर पहुंचकर उगते हुए सूर्य को दूसरा और अंतिम अर्घ्य देते हैं। इस बार उषा अर्घ्य लगभग 6 बजकर 08 मिनट पर होगा। अर्घ्य के बाद प्रसाद ग्रहण कर व्रत का पारण किया जाता है। इस आयोजन के निवेदक स्वर्णकार समाज के राजकुमार सोनी (अध्यक्ष), विनोद कुमार सोनी (महामंत्री), नीरज सोनी और आशीष वर्मा (कोषाध्यक्ष) ने सभी श्रद्धालुओं से पारम्परिक रूप से पर्व मनाने का अनुरोध किया है।

पुलिस अधीक्षक कुँवर अनुपम सिंह एवं जिलाधिकारी कुमार हर्ष ने सीताकुंड घाट का संयुक्त निरीक्षण किया। अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं से सम्बंधित विस्तृत जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घाट पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल-गोताखोरों की व्यवस्था किया जा रहा है। संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने और भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए प्रभावी बैरिकेडिंग की व्यवस्था करने पर जोर दिया गया। पर्व के दौरान भीड़ को देखते हुए यातायात को सुगम बनाए रखने के लिए पार्किंग स्थलों को चिन्हित करने और आवश्यकतानुसार मार्ग परिवर्तन की योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

—————

(Udaipur Kiran) / दयाशंकर गुप्त

Most Popular

To Top