
जयपुर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान के किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बचाने और उन्हें नई आमदनी के स्रोत से जोड़ने के लिए प्रवासी संघ राजस्थान ने एक अहम कदम उठाया है। संगठन के प्रदेश संयोजक भीम सिंह कासनियां ने घोषणा की कि राज्य के हर जिले में मोरिंगा (सहजन) के वृक्षारोपण के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को कार्बन क्रेडिट की प्रक्रिया से जोड़ना है,जिससे वे पेड़ों के ज़रिए कार्बन अवशोषण कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कार्बन सर्टिफिकेट बेचकर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सकें।
भीम सिंह कासनियां ने बताया कि मोरिंगा एक ऐसा बहुउपयोगी पेड़ है जो कम पानी में भी पनपता है, मृदा की गुणवत्ता सुधारता है और बड़ी मात्रा में कार्बन अवशोषित करता है। इसके वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि किसान जैविक उत्पाद, बीज और पत्तियों की बिक्री से भी आय कमा सकेंगे।
प्रवासी संघ का लक्ष्य है कि हर जिले में कम से कम एक लाख मोरिंगा पौधे लगाए जाएं और किसानों को कार्बन क्रेडिट सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया में मार्गदर्शन व तकनीकी सहायता दी जाए। यह पहल राजस्थान के किसानों के लिए एक नई हरित अर्थव्यवस्था का मार्ग प्रशस्त करेगी, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक लाभ साथ-साथ चलेंगे।
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(Udaipur Kiran)
