
गुवाहाटी, 05 अगस्त (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को लोक कल्याण दिवस के अवसर पर भारत रत्न लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदलोई को याद करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदलोई जाति-चेतना के अमिट प्रतीक हैं। आधुनिक असम के स्वप्नद्रष्टा भारत रत्न गोपीनाथ बोरदलोई की बुद्धिमत्ता, कार्यशक्ति ने असम को एकतरफा और अनोखा बनाए रखा। उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण आज हम भारत का एक हिस्सा होने का अवसर प्राप्त कर पाए हैं। इस महान असमिया के प्रति असमवासियों का हमेशा आभार रहेगा। बिना किसी स्वार्थ के देश सेवा की एक उज्ज्वल मिसाल पेश करते हुए सु-प्रशासन प्रणाली स्थापित करने के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों को हमें आगे बढ़ाना चाहिए। गोपीनाथ बोरदोलोई हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। बोरदलोई जी की आज पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले ‘लोक कल्याण दिवस’ पर उन्हें हम श्रद्धापूर्वक प्रणाम अर्पित करते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 28 जुलाई, 2024 को हुई कैबिनेट की बैठक में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदलोई की पुण्यतिथि यानी 5 अगस्त को असम में लोक कल्याण दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। यह दिन असम के पहले मुख्यमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी और भारत रत्न, गोपीनाथ बोरदोलोई की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है।
‘लोक कल्याण दिवस’ 5 अगस्त को, गोपीनाथ बोरदोलोई की सार्वजनिक सेवा और असम के विकास में योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य के कर्मचारियों को लोक सेवा पुरस्कार भी दिए जाते हैं।————-
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
