नई दिल्ली, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । दिल्ली की प्रसिद्ध ‘लव-कुश’ रामलीला समिति ने विवाद से बचते हुए इस वर्ष की रामलीला में अभिनेत्री पूनम पांडे को मंदोदरी की भूमिका से हटाने का निर्णय लिया है। समिति ने यह कदम कई संगठनों और लोगों के विरोध के बाद उठाया।
समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा कि पूनम पांडे को शुरू में मंदोदरी की भूमिका के लिए चुना गया था, लेकिन जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनका नाम वापस ले लिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके विचार से पूनम यह भूमिका निभा सकती थीं, परंतु यदि इससे समाज में विभाजन या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने का खतरा है, तो ऐसा निर्णय उचित नहीं होगा।
समिति ने इस संबंध में पत्र जारी कर आधिकारिक जानकारी दी है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि कम से कम समिति ने स्वीकार किया कि उनका पहला निर्णय दर्शकों की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं था।
लव कुश रामलीला समिति के सचिव सुभाष गोयल ने बताया कि उनका उद्देश्य केवल समाज को सकारात्मक संदेश देना है, विवाद में उलझना नहीं। उन्होंने कहा कि यदि समाज किसी बात को स्वीकार नहीं करता तो समिति भी उस पर अड़ी नहीं रहती। अगले एक-दो दिनों में मंदोदरी की भूमिका के लिए नई अभिनेत्री का चयन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता और लव कुश रामलीला समिति के उपाध्यक्ष प्रवीण शंकर कपूर ने अभिनेत्री पूनम पांडे को रामलीला में मंदोदरी के रूप में लेने के समिति के फैसले का कड़ा विरोध किया था।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
